लालकुआं। कड़ाके की सर्दी के दौरान गौला नदी से खनन सामग्री लेने जा रहे खनन व्यवसाई की हृदय गति रुकने से मौत हो गई, युवा व्यवसाई की अचानक हुई मौत से जहां परिवार में कोहराम मच गया। वहीं खनन व्यवसाईयों और वन विकास निगम ने आज शोक स्वरूप लालकुआं गेट की निकासी बंद रखी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गौला नदी से खनन निकासी करने वाले वाहन चालक अपने वाहनों को लेकर प्रातः तड़के गौला गेट के आसपास गाड़ियां लगा लेते हैं, इसी के तहत आज बिंदुखत्ता के संजय नगर प्रथम गौला गेट निवासी रणजीत सिंह मेहरा पुत्र बलवंत सिंह मेहरा उम्र 35 वर्ष अपना खनन का ट्रैक्टर गौला गेट के समीप लगाकर दूसरे वाहन में बैठकर कड़ाके की सर्दी के बीच गौला नदी के भीतर वाहन के साथ घुसने का इंतजार कर रहा था, तभी अचानक हृदय गति रुकने से उसका निधन हो गया। डंपर में बैठे-बैठे खनन व्यवसाई रणजीत सिंह की मौत की खबर से अन्य वाहन स्वामियों ने गौला गेट में जाकर आज निकासी बंद रखने का आवाहन किया, जिसके बाद शोक स्वरूप सोमवार को 1 दिन के लिए लालकुआं गौला निकासी गेट से खनन कार्य बंद हो गया।
जवान युवक की अचानक हुई मौत से परिवार में कोहराम मच गया है, रणजीत सिंह चार भाई बहनों में छोटा था, उसके दो बड़े भाई हैं, जबकि एक बहन छोटी है, 35 वर्षीय रंजीत अभी अविवाहित था, परिवार वाले उसके लिए लड़की ढूंढ रहे थे कि वह सबको रोता बिलखता छोड़कर परलोक सिधार गया। इधर खनन व्यवसाईयों ने भारी सर्दी के बावजूद वन विकास निगम पर खनन कार्य करने वाले व्यवसाईयों की उपेक्षा का खुला आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ठंड चरम पर है, और अब तक वन निगम द्वारा ना तो गौला नदी में अलाव जलाया है, और न हीं मजदूरों को कंबल बांटे गए हैं। भीषण ठंड से मजदूर एवं वाहन चालक कांप रहे हैं, परंतु वन विकास निगम को इससे कोई लेना-देना नहीं है।
फाइल फोटो- रणजीत सिंह मेहरा





