पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बैठकर उत्तराखंड के वर्तमान हालातों के संबंध में विस्तृत बातचीत की है। इससे पूर्व उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी। वहीं कल शाम उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की है। उनकी इस मुलाकात के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं तथा उत्तराखंड की राजनीति में पुनः तरह-तरह की चर्चाएं तेज हो गई हैं।
पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत की अचानक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हुई मुलाकात के बाद दिल्ली से लेकर देहरादून तक सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई है। हर कोई अचानक हुई इस मुलाकात के मायने निकाल रहा है। इसके अलावा उन्होंने प्रदेश से राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी से भी मुलाकात की, और कहा जा रहा है कि जेपी नड्डा और अनिल बलूनी से उनकी लगभग डेढ़ घंटे से ज्यादा बातचीत हुई है। हालाकिं त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सोशल मीडिया के जरिए लिखा है कि “हिमालयी राज्यों के विकास, पर्यावरण संरक्षण और रोजगार संबंधी चर्चा हुई है।
विदित रहे कि वर्तमान में उत्तराखंड प्रदेश में भर्ती घोटालों को लेकर जबरदस्त विवाद चल रहे हैं, और ऐसे में त्रिवेंद्र सिंह रावत खुलकर लगातार बयान दे रहे थे। जिसके बाद वह चर्चाओं में भी आ गए हैं और अब ऐसे में पीएम मोदी से हुई मुलाकात पर कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि कुछ मंत्रियों की कैबिनेट से छुट्टी हो सकती है। भाजपा हाईकमान भ्रष्टाचार को लेकर अत्यधिक स्वस्थ है और समझा जा रहा है कि भर्ती घोटाले को लेकर कुछ मंत्रियों पर गाज गिरनी तय है, जिसकी पटकथा वर्तमान में लिखी जाने जाने लगी है।