देहरादून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हेलिकॉप्टर हर्षिल पहुंचा। एमआई 17 हेलिकॉप्टर से पीएम पहुंचे। यहां से पीएम सीधे मां गंगा के शीतकालीन प्रवास मुखबा के लिए रवाना होंगे। मुखबा स्थित गंगा मंदिर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 मिनट तक मां गंगा की विशेष पूजा अर्चना करेंगे।
पीएम की जनसभा स्थल पर बिना पास के कोई भी ग्रामीण नहीं जा पाएगा। चीन सीमा पर पीएम के दौरे को लेकर सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट मोड पर हैं। पीएम के कार्यक्रम के दौरान हर्षिल और मुखबा क्षेत्र जीरो जोन रहेगा। वहीं क्षेत्र के ग्रामीण पीएम के दौरे को लेकर काफी उत्साहित हैं, सीमांत गांव के ग्रामीण गुरुवार सुबह 7 बजे से ही जनसभा स्थल पर पहुंचने शुरू हो गए हैं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर्षिल के लिए रवाना हो गए हैं। पूजा-अर्चना के बाद वह यहां जनसभा को संबोधित करेंगे, जिसके लिए यहां पहले से ही लोगों को भीड़ पहुंच गई है।हर्षिल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की जनसभा से पहले बड़ी संख्या में लोग जुटे हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी वायुसेना के विशेष विमान से देहरादून एयरपोर्ट पहुंच गए हैं। जहां से वह कुछ देरी के बाद ही वह हर्षिल के लिए रवाना हों गए। देहरादून एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत, राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक आदि प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए एयरपोर्ट पर मौजूद थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शीतकालीन प्रवास स्थल के गंगा मंदिर में 20 मिनट तक पूजा करेंगे। सुबह 9:30 बजे से 9:50 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूजा अर्चना करेंगे। पूजा कराने वाले और गर्भगृह में मौजूद रहने वाले तीर्थ पुरोहितों को भी तय किया गया है।गंगोत्री धाम के शीतकालीन प्रवास स्थल मुखबा में दर्शन के लिए आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस यात्रा को लेकर बहुत उत्सुक हैं। उन्होंने एक्स पर अपनी इस उत्सुकता को साझा किया है।
उन्होंने एक्स पर लिखा कि मुखबा में पतित पावनी मां गंगा के शीतकालीन प्रवास स्थल के दर्शन को लेकर मैं बहुत-बहुत उत्सुक हूं। यह पावन स्थल अपने आध्यात्मिक महात्मय और अद्भुत सौंदर्य के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है। इतना ही नहीं, यह विरासत भी और विकास भी के हमारे संकल्प का एक अनुपम उदाहरण है। प्रधानमंत्री ने लिखा कि मुझे प्रसन्नता है कि देवभूमि उत्तराखंड की डबल इंजन सरकार ने इस साल शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा देने का एक विशेष कार्यक्रम शुरू किया है।
इससे जहां धार्मिक पर्यटन को प्रोत्साहन मिल रहा है, वहीं होम स्टे सहित कई स्थानीय व्यवसायों को भी फलने-फूलने के अवसर प्राप्त हो रहे हैं। पीएम की इस पोस्ट पर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने लिखा कि प्रधानमंत्री का प्रदेशवासियों की ओर से मुखबा में हार्दिक स्वागत और अभिनंदन। आपकी प्रेरणा और मार्गदर्शन में देवभूमि के धार्मिक स्थल का पुनर्विकास हो रहा है। शीतकालीन यात्रा के माध्यम से हमारी डबल इंजन की सरकार प्रदेश की आर्थिकी सशक्त करने के लिए सतत क्रियाशील है।
चारधाम शीतकालीन यात्रा का संदेश देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बृहस्पतिवार को सीमांत जिले उत्तरकाशी के गंगोत्री धाम के शीतकालीन प्रवास स्थल मुखबा और हर्षिल की यात्रा पर आये हैं । पीएम भारतीय वायु सेना के विशेष विमान से जौलीग्रांट स्थित देहरादून एयपोर्ट पर पहुंच चुके हैं। यहां से उन्होंने एमआई-17 से उत्तरकाशी के लिए उड़ान भरी। सबसे पहले वह शीतकालीन प्रवास स्थल मुखबा में दर्शन करेंगे और इसके बाद वह हर्षिल में एक जनसभा को संबोधित करेंगे। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि.) और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी उनके साथ वहां मौजूद रहें।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री पिछले दो सालों में चमोली जनपद के पहले गांव माणा, पिथौरागढ़ जनपद के सीमावर्ती गांव गुंजी के बाद अब उत्तरकाशी जिले के अंतिम आबादी गांव मुखबा और हर्षिल पहुंच रहे हैं।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उत्तरकाशी जनपद का एक दिवसीय दौरा कई मायनों में यादगार होगा। वे देश के पहले प्रधानमंत्री हैं, जो भारत-तिब्बत सीमा से जुड़े उत्तराखंड के चमोली और पिथौरागढ़ सीमावर्ती जिलों के बाद अब उत्तरकाशी के मुखबा और हर्षिल पहुंच रहे हैं। प्रधानमंत्री के नाम एक और रिकॉर्ड दर्ज होगा। वो देश के पहले प्रधानमंत्री हैं, जो गंगा के शीतकालीन पूजा स्थल पहुंचेंगे।प्रधानमंत्री पिछले दो सालों में चमोली जनपद के पहले गांव माणा, पिथौरागढ़ जनपद के सीमावर्ती गांव गुंजी के बाद अब उत्तरकाशी जिले के अंतिम आबादी गांव मुखबा और हर्षिल पहुंच रहे हैं। उनके दौरे से सीमावर्ती गांवों के विकास के साथ ही ग्रामीणों की सालों पुरानी मांगों के पूरा होने की उम्मीद भी जगी है।वहीं चमोली जिला प्रशासन ने माणा गांव के ग्रामीणों की सीमा दर्शन की मांग को आगे बढ़ाते हुए एक दिन में देवताल जाने के लिए 100 यात्रियों को ऑनलाइन परमिट जारी करने की बात कही है। यदि केंद्र सरकार पिथौरागढ़ के साथ ही चमोली जनपद माणा और नीति घाटी के साथ उत्तरकाशी के सीमांत गांव जादूंग से कैलाश मानसरोवर की यात्रा शुरू करती है, तो यात्रा की दूरी कम होने के साथ ही यहां के लोगों की आर्थिकी मजबूत होगी।
