उत्तराखण्ड

बिंदुखत्ता के दुकानदार का पंतनगर बाईपास के पास शव बरामद होने के बाद हाथी के हमले एवं हत्या को लेकर सस्पेंस अब भी बरकरार………….. यह सफाई दे रहे पुलिस और वन विभाग के अधिकारी……………… देखें वीडियो…………………………

लालकुआं। बिंदुखत्ता क्षेत्र से 3 दिन से लापता युवा व्यापारी का पंतनगर बाईपास के पास झाड़ियां से शव बरामद हुआ है, मौके पर पहुंच कर पंतनगर पुलिस के साथ-साथ फॉरेंसिक टीम एवं वन विभाग के कर्मचारियों ने मौके पर जांच पड़ताल की। तथा सब का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया, प्रत्यक्षदर्शी उक्त व्यापारी की मौत हाथी के हमले से होना भी मान रहे हैं। परंतु मृतक के परिजन इसे हत्या मान रहे हैं तथा उच्च स्तरीय जांच की मांग भी कर रहे हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गत 6 दिसंबर से लापता कालिकामंदिर क्षेत्र में साइकिल मरम्मत की दुकान चलाने वाले हरपाल उर्फ राकेश उम्र 32 वर्ष जो कि शादीशुदा होने के साथ-साथ उसके दो बच्चे हैं, जिसमें एक बेटी एवं बेटा शामिल है, वह 6 दिसंबर को किसी काम से घर से निकला था जो कि वापस घर नहीं पहुंचा, परिजनों ने लालकुआं कोतवाली में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई, आज प्रातः चरवाहों ने पंतनगर बाईपास के पास रुद्रपुर रोड में मिट्टी में लतपत हुए हरपाल के शव होने की सूचना पंतनगर पुलिस को दी, पुलिस एवं टांडा रेंज के वन कर्मियों के मौके पर पहुंचने के बाद कुछ ही देर में बिंदुखत्ता के लोगों ने उसकी शिनाख्त कर ली, मौके पर पंतनगर पुलिस के साथ-साथ लालकुआं कोतवाली पुलिस और वन विभाग की टीम ने छानबीन की, साथ फोरेंसिक एक्सपर्ट भी मौके पर बुलाए गए। प्रत्यक्ष दर्शियो का कहना था कि युवक की मौत जंगली हाथियों के हमले से भी हो सकती है, क्योंकि जिस स्थान पर दुकानदार का शव पड़ा हुआ था, वहां अक्सर हाथियों की मौजूदगी रहती है। वन विभाग इस एंगल की भी घटना की जांच में जुटा हुआ है। पुलिस ने सब का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया, युवक की मौत से उसके परिजनों में कोहराम मचा हुआ है, परिजनों ने हरपाल की हत्या का आरोप लगाते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की।
पुलिस क्षेत्राधिकारी पंतनगर भूपेंद्र सिंह धोनी का कहना है कि पुलिस ने घटनास्थल पर विस्तृत जांच की है, साथ ही शव का पंचनामा भरकर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया, उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टिया हरपाल की मौत हाथी के हमले से होने की संभावनाएं जताई जा रही हैं, वन विभाग ने पीड़ित परिवार को तत्काल सहायता के रूप में 15000 रुपये की राशि भी दी है। विस्तृत जानकारी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ही मिल पाएगी। इधर मृतक के परिजन उक्त युवक की मौत को हत्या मानते हुए हत्याकांड की उच्च स्तरीय जांच की मांग पर अड़े हुए हैं।
तराई केंद्रीय वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी यूसी तिवारी का कहना है कि घटना की वास्तविकता का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही लग सकेगा, परंतु मृतक की आर्थिक स्थिति को देखते हुए वन विभाग ने पीड़ित परिवार को अंतिम संस्कार के लिए आर्थिक मदद की है, उन्होंने कहा कि यदि मृतक हरपाल को हाथी ने हमला करके मारा होगा तो वन विभाग पूरा मुआवजा देगा जो कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और फोरेंसिक जांच के बाद ही पता चल पाएगा।
इधर लालकुआं कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक दिनेश फर्त्याल ने कहा कि गत 6 दिसंबर से लापता हरपाल की पंतनगर बाईपास के पास लाश मिलने की सूचना उन्हें मिली इसके बाद पुलिस कर्मियों ने मौके पर जाकर जांच की तो स्पष्ट हो गया कि मौके पर मौजूद शव हरपाल का ही था, पंतनगर पुलिस मामले की जांच कर रही है।
फोटो परिचय- पन्तनगर बाईपास के पास संदिग्ध अवस्था में मिले शव की जांच करते पुलिसकर्मी

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