पूर्व दर्जा राज्यमंत्री व उत्तराखंड परिवहन विभाग के वरिष्ठ श्रमिक नेता एचआर बहुगुणा के घंटों पानी के ओवरहेड टैंक में चढ़कर हाई वोल्टेज ड्रामे के बाद दो अलग-अलग तमंचों को सीने से सटाकर गोली चला कर आत्महत्या कर लेने की झकझोर देने वाली घटना ने पुलिस प्रशासन सहित वर्तमान सामाजिक व्यवस्था पर तमाम सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। प्रत्यक्षदर्शी कह रहे हैं कि उन्होंने आज तक इस तरह की घटना नहीं देखी।
पूर्ववर्ती एनडी तिवारी सरकार के दौरान राजनीति में जबरदस्त पकड़ बनाने वाले उसी दौरान के दर्जा राज्यमंत्री एचआर बहुगुणा की इस प्रकार हुई मौत से हर कोई हतप्रभ है, लालकुआं विधानसभा क्षेत्र में निवास करते हुए एचआर बहुगुणा सदैव राजनीति की धुरी बने रहते थे। उनकी मौत को गृह कलेश के चलते माना जा रहा है।
प्रातः 11 बजे से शाम 6:15 बजे तक ओवरहेड टैंक में चढ़े रहने एवं एक बार 1 घंटे के लिए नीचे उतर आने के इस हाईवोल्टेज ड्रामे के दौरान यदि मनोचिकित्सक या वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचकर स्थिति संभालता तो बहुगुणा की जान बचाई जा सकती थी।