नैनीताल जनपद में एक ऐसी नगर पंचायत है जहां वर्तमान में दो-दो अधिशासी अधिकारी तैनात हैं, और दोनों ही विभागीय कार्य कर रहे हैं, ऐसा में जनता के साथ-साथ सभासद एवं कर्मचारी भी दुविधा की स्थिति में है, वह समझ नहीं पा रहे हैं कि किसके समक्ष अपनी समस्या रखें, या विभागीय दस्तावेज किसके पास लेकर जाएं, सभासदों का कहना है कि दो-दो अधिशासी अधिकारी होने के चलते उन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उत्तराखंड शासन को अविलंब इस संबंध में स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। ताकि क्षेत्र के विकास कार्य व्यापक रूप से चलते रहे।
सूत्रों के अनुसार एक अधिशासी अधिकारी की तैनाती शासन स्तर से की गई थी पर इससे पहले से तैनात अधिशासी अधिकारी उच्च न्यायालय की शरण में चला गया, ऐसी स्थिति में दोनों ही अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत के प्रत्येक कार्य दिवस आकर अधिशासी अधिकारी का कार्य कर रहे हैं। इस संबंध में नगर पंचायत अध्यक्ष देवेंद्र चनौतिया ने बताया कि मामले में विधिक राय ली जा रही है, फिलहाल भीमताल नगर पंचायत में दो-दो अधिशासी अधिकारी होने के चलते क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है। सबसे मजेदार बात तो यह है कि इस नगर पंचायत में अवर अभियंता तो संविदा का है, परंतु अधिशासी अधिकारी दो दो सरकारी मौजूद हैं।
