उत्तराखण्ड

अंकिता भंडारी का भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच नम आंखों से हजारों लोगों की मौजूदगी में हुआ अंतिम संस्कार….. गायब होने से पूर्व मित्र एवं साथी कर्मचारियों से यह की थी अंकिता ने बात……. पढ़ें विस्तृत खबर

अंकिता भंडारी के परिजनों द्वारा पूरी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ जाने तक अंतिम संस्कार करने से मना करने के बावजूद आखिरकार शासन प्रशासन ने मान मनोबल कर परिजनों को राजी कर लिया। रविवार की शाम अंकिता भंडारी का हजारों लोगों की मौजूदगी में भारी सुरक्षा बल के बीच अंतिम संस्कार किया जा रहा है। इस दौरान लोगों की नाराजगी साफ दिखाई दे रही थी। बताया जा रहा है की पोस्टमार्टम की पूरी रिपोर्ट सोमवार तक आएगी। पौड़ी के श्रीनगर में अंकिता का अंतिम संस्कार किया जा रहा है। हत्याकांड के विरोध में श्रीनगर व्यापार सभा ने आज बाजार बंद रखा है। शहर में माहौल गमगीन है। घाट पर भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई है। वहीं, दूसरी तरफ अंकिता के परिजनों ने सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए थे। बताया जा रहा है कि पीएम रिपोर्ट में अंकिता के शरीर पर गंभीर चोटों के निशान मिले हैं। जांच के लिए बिसरा भी सुरक्षित रखा गया है। परिजनों का कहना सरकार द्वारा साक्ष्य मिटाने के लिए रिजॉर्ट तोड़ा गया।
अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर पूरे उत्तराखंड में उबाल है। भाजपा नेता के बेटे के रिसार्ट की रिसेप्शनिस्ट अंकिता का शव शनिवार को चीला बैराज से बरामद कर लिया गया था। अंकिता को रिसार्ट मालिक पुलकित आर्या ने छह दिन पहले अपने स्टाफ की मदद से चीला नहर में धक्का दिया था। शनिवार को एम्स ऋषिकेश के डाक्टरों के पैनल से शव का पोस्टमार्टम कराया गया। एम्स ऋषिकेश के डाक्टरों के पैनल ने शव का पोस्टमार्टम किया। उन्‍होंने अंकिता के शरीर पर चोट के निशान मिलने की पुष्टि की हैं। अंकिता की प्रोविशनल पीएम रिपोर्ट में मृत्यु से पहले मारपीट की पुष्टि और डूबने को मृत्यु का कारण बताया गया है।
इससे पहले शुक्रवार को तीनों आरोपियो की गिरफ्तारी के साथ हत्याकांड का खुलासा पुलिस द्वारा किया गया था। जिनकी निशानदेही पर गत दिवस पुलिस और एसडीआरएफ के गोताखोरों ने चीला बैराज से अंकिता का शव बरामद किया।
शव की शिनाख्त उसके पिता वीरेंद्र सिंह भंडारी और भाई अजय भंडारी ने की थी, जिसके बाद ऋषिकेश एम्स में उसके शव का पोस्टमार्टम कराया गया, जिसमे अंकिता के शरीर पर चोट के निशान मिले हैं जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि आरोपियों द्वारा अंकिता को नहर में धक्का देने से पूर्व उसके साथ निर्ममता पूर्वक मारपीट की थी। पोस्टमार्टम के बाद अंकिता का शव परिजनों को सौप दिया गया है,
इधर भारतीय जनता पार्टी ने आरोपित पुलकित के पिता पूर्व दर्जा राज्यमंत्री विनोद आर्य और उसके भाई डॉ अंकित को पार्टी से निष्कासित कर दिया है, अंकित को पिछड़ा वर्ग आयोग के उपाध्यक्ष पद से भी हटा दिया गया है। साथ ही अंकिता हत्याकांड की विवेचना के लिए गठित की गई एसआईटी की मुखिया एसआईटी प्रभारी डीआईजी कानून व्यवस्था पी रेणुका देवी होगी, और यह 4 सदस्यीय टीम 1 माह के भीतर मामले में चार्जशीट दाखिल करेगी।
वही इस जघन्य हत्याकांड को लेकर देवभूमि के लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर है, जहां प्रदर्शनकारियों ने आरोपित की एक फैक्ट्री फूंक दी, वहीं प्रदेश भर में जगह-जगह जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए आरोपियों को फांसी देने की जोरदार मांग की है। इधर यम्केश्वर विधायक रेणु बिष्ट और उत्तराखंड महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल को भी जनता के भारी विरोध का सामना करना पड़ा।
इधर रिसॉर्ट से ऋषिकेश आने से पूर्व अंकिता द्वारा “मैं फंस गई हूं मुझे बचाओ” की गुहार लगाने की बातें कुछ लोगों द्वारा कही जा रही है। इस दौरान किसी ने उसकी मदद नहीं की, और यह आवाज रिसोर्ट में ही दब कर रह गई, अब उसके एक-एक कर कई ऑडियो वीडियो वायरल हो रहे हैं। एक ऑडियो में अंकिता खुद के फंसे होने की बात कह रही है, वहीं कर्मचारी बता रहा है कि अंकिता रोते हुए अपना बैग ऊपर पहुंचाने के लिए कह रही थी।
जैसे-जैसे घटना के दिन बढ़ते जा रहे हैं वैसे ही आरोपियों द्वारा की गई हैवानियत की कड़ियां खुलती जा रही है। पता चला है कि घटना के दिन अंकिता की पुलकित आर्य और मैनेजर अंकित गुप्ता के साथ तीखी बहस हुई थी, अंकिता चीख रही थी चिल्ला रही थी और रो भी रही थी, कर्मचारी सब सुन रहे थे लेकिन कोई भी विरोध करने की हिम्मत नहीं जुटा पाया। अपने मित्र पुष्पदीप को फोन पर अंकिता ने अगले दिन किसी को भेजकर उसे घर छोड़ने की बात कही, लेकिन आरोपी अंकिता को जबरन गाड़ी में बैठा कर अपने साथ ले गए और नहर में धक्का दे दिया। सोशल मीडिया में वायरल ऑडियो और वीडियो के दौरान अंकिता रिजॉर्ट छोड़कर जाने के लिए रिजॉर्ट के एक कर्मचारी करण को फोन कर उसका बैग किसी दुकान तक लाने के लिए कह रही है, कर्मचारी कहीं बाहर था इसलिए वह अंकिता को बोलता है कि मैं आ रहा हूं और अपने साथी को बाइक घुमाने के लिए भी कह रहा है। इसके अलावा अंकिता ने फोन पर जम्मू-कश्मीर में नौकरी करने वाले उसके मित्र पुष्पदीप को घटना वाली रात करीब 8:30 बजे फोन कर कहा कि वह फंस गई है। अंकिता और पुष्प दीप के बीच हुए व्हाट्सएप चैट भी अब सोशल मीडिया एवं समाचार पत्रों में वायरल हो रहे हैं। इधर जल्दबाजी में रिजॉर्ट का केवल वह हिस्सा तोड़ना जिसमें अंकिता रहती थी, सवालों के घेरे में आ गया है, जिलाधिकारी का कहना है कि प्रशासन ने रिजॉर्ट तोड़ने की अनुमति नहीं दी थी, उन्होंने इस संबंध में उपजिलाधिकारी को 15 दिन के भीतर जवाब देने के निर्देश दिए हैं।

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