लालकुआं। स्टोन क्रशर संचालकों द्वारा दो रुपए रेट कम करने से नाराज खनन व्यवसाईयों ने क्षेत्र के सभी गौला निकासी गेटों में प्रदर्शन के बाद खनन कारोबार रोक दिया, साथ ही कई स्टोन क्रशरों की बिक्री भी रोक दी। खनन व्यवसाईयों के उग्र रूख से प्रशासन भी पशोपेश में है।
रविवार की प्रातः लालकुआं, देवरामपुर, हल्दूचौड़, बेरीपड़ाव, मोटाहल्दू, समेंत तमाम गौला निकासी गेटों में एकत्र हुए भारी संख्या में खनन कारोबारियों ने प्रातः गौला निकासी गेट बंद कर जबरदस्त प्रदर्शन शुरू कर दिया, इस दौरान प्रातः एक भी गाड़ी गौला नदी में खनन लेने नहीं घुसी। इसके बाद खनन कारोबारियों ने देवरामपुर स्थित सागर स्टोन क्रेशर में घुसकर क्रेशर की बिक्री रोक दी तथा वहां खड़े वाहनों को भगा दिया।
उल्लेखनीय है कि 4 महीने के बाद कुमाऊं मंडल की लाइफ लाइन गौला और नंधौर नदी से 15 फरवरी से उप-खनिज निकासी का कार्य तो शुरू हुआ, लेकिन 15 दिन बाद अब फिर से खनन निकासी में खतरे के बादल मंडरा गए हैं, पिछले दिनों स्टोन क्रेशर और खनन कारोबारियों के बीच रेट को लेकर हुए समझौते के बाद स्टोन क्रेशर स्वामियों ने अपने समझौते से पीछे हटते हुए खरीद रेट में 2 रुपये कम कर दिये है, जिसके बाद अब खनन कारोबारी खनन कार्य ठप कर रविवार से हड़ताल पर चले गए हैं, खनन कारोबारियों के हड़ताल पर चले जाने से जहां मजदूरों के सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया, वही सरकार को भी राजस्व को नुकसान होने जा रहा है, क्षेत्र के 16 स्टोन क्रशर संचालकों द्वारा खनन ढुलाई रेट 30 रुपये प्रति कुंतल से घटाकर 28 रुपये कर दिया है, जिससे खनन कारोबारी नाराज होकर हड़ताल पर चले गए हैं। खनन व्यवसाइयों का कहना है कि एक तो पहले से ही गौला देर से खुली है ऊपर से रेट कम करने का स्टोन क्रेशर का तुगलगी फरमान घाटे में चल रहे कारोबार पर यह नया भार असहनीय है, उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि स्टोन क्रशर संचालकों ने अपना फैसला वापस नहीं लिया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा, खनन व्यवसाईयों का कहना है कि प्रशासन की मध्यक्षता में पूर्व में स्टोन क्रशर संचालकों और खनन कारोबारियों के बीच 30 रुपये प्रति कुंतल रेट का समझौता हुआ था, लेकिन स्टोन क्रशर संचालकों ने मनमानी करते हुए 2 रुपये प्रति कुंतल रेट को कम कर दिया है, जिसके चलते वाहन स्वामियों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। खनन व्यवसाईयों ने चेतावनी दी है कि यदि अभिलंब समझौता नहीं हुआ तो खनन कारोबारी बड़े स्तर पर धरना प्रदर्शन करेंगे। स्टोन क्रशर संचालकों द्वारा 1 मार्च से 2 प्रति कुंतल रेट कम किए जाने के फरमान के बाद खनन व्यवसाईयों ने आज से अपने वाहनों को खड़ा कर खनन कारोबार को बंद कर दिया है। इसके अलावा खनन कारोबारी नदियों के खनन निकासी गेटों पर धरना प्रदर्शन भी कर रहे हैं, इस मामले पर वन विकास निगम के डीएलएम धीरेश सिंह बिष्ट ने कहा कि यदि रेट को लेकर कोई मतभेद है, तो प्रशासन के सहयोग से उचित समाधान निकाला जाएगा।
