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सीडीएस रावत का हेलीकॉप्टर क्रैश हादसे में सीडीएस रावत की धर्मपत्नी मधुलिका समेत 14 में से 13 लोगों की मौत, सीडीएस रावत की हालत बेहद नाजुक, डीएनए टेस्ट के जरिए की जाएगी शवों की शिनाख्त

लनाडु के कुन्नूर के नजदीक दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस हेलीकॉप्टर में सीडीएस जनरल बिपिन रावत भी सवार थे.
चीफ़ ऑफ़ डिफ़ेंस स्टाफ़ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत को लेकर जा रहा वायुसेना का एक हेलीकॉप्टर आज तमिलनाडु में कुन्नूर के करीब दुर्घटनाग्रस्त हो गया.

भारतीय वायु सेना ने ट्विटर पर जानकारी दी कि ये एमआई-17वी5 हेलिकॉप्टर था. रिपोर्ट्स के मुताबिक़ इसमें सेना के वरिष्ठ अधिकारी भी सवार थे.

तमिलनाडु के वन मंत्री के रामचंद्रन ने बताया है कि हेलीकॉप्टर में 14 लोग सवार थे जिनमें से 13 की मौत हो गई है.

इसके पहले सरकारी ब्रॉडकास्टर डीडी न्यूज़ ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि हादसे की जगह से 11 शव बरामद किए गए थे तीन घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया जहां दो की मौत हो गई जबकि बिपिन रावत जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहे हैं उन्हें गंभीर बर्न इंजरी है जिसमें इंफेक्शन की अत्यधिक संभावना जताई जा रही है। देर शाम वायु सेना ने 14 में से 13 लोगों की मौत की पुष्टि कर दी है। सूत्रों के अनुसार इस हादसे में सीडीएस रावत की धर्मपत्नी मधुलिका की मौत हो गई।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अब से कुछ देर पहले जनरल रावत के नई दिल्ली स्थित आवास पहुंचे और उनके परिजन से मुलाक़ात की.

ऑल इंडिया रेडियो (एआईआर) ने जानकारी दी है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इस हादसे के बारे में संसद में जानकारी देंगे. एआईआर ने ये भी बताया है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वायु सेना प्रमुख वीआर चौधरी से हादसे की जगह पहुंचने के लिए कहा है.

जनरल रावत को एक जनवरी, 2020 को देश का पहला चीफ़ ऑफ़ डिफेंस स्टाफ़ नियुक्त किया गया था.

वायु सेना ने जानकारी दी है कि हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए जांच का आदेश दिया गया है.

हादसे के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सीडीएस बिपिन रावत के घर पहुंचे. यहां वे करीब 10 मिनट तक रुके.

जनरल बिपिन रावत (PVSM, UYSM, AVSM, YSM, SM, VSM, ADC) भारत के पहले और वर्तमान रक्षा प्रमुख या चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) हैं; उन्होंने ने १ जनवरी २०२० को रक्षा प्रमुख के पद का भार ग्रहण किया। इससे पूर्व वो भारतीय थलसेना के प्रमुख थे। रावत ३१ दिसंबर २०१६ से ३१ दिसंबर २०१९ तक थल सेनाध्यक्ष के पद पर रहे।

इनका जन्म उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले में चौहान राजपूत परिवार मे हुआ ।

इनके पिता लेफ्टिनेंट जनरल लक्ष्मण सिंह रावत, जो सेना से लेफ्टिनेंट जनरल के पद से सेवानिवृत्त हुए। रावत ने ग्यारहवीं गोरखा राइफल की पांचवी बटालियन से 1978 में अपने करियर की शुरुआत की थी। रावत ने देहरादून में कैंबरीन हॉल स्कूल, शिमला में सेंट एडवर्ड स्कूल और भारतीय सैन्य अकादमी , देहरादून से शिक्षा ली , जहां उन्हें ‘सोर्ड ऑफ़ ऑनर ‘ दिया गया। वह फोर्ट लीवनवर्थ , यूएसए में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज , वेलिंगटन और हायर कमांड कोर्स के स्नातक भी हैं। उन्होंने मद्रास विश्वविद्यालय से डिफेंस स्टडीज में एमफिल , प्रबंधन में डिप्लोमा और कम्प्यूटर स्टडीज में भी डिप्लोमा किया है। 2011 में, उन्हें सैन्य-मीडिया सामरिक अध्ययनों पर अनुसंधान के लिए चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय , मेरठ द्वारा डॉक्टरेट ऑफ़ फिलॉसफी से सम्मानित किया गया।

संसद में कल बयान देंगे रक्षा मंत्री
जनरल रावत की स्थिति के बारे में तत्काल कोई जानकारी नहीं दी गई है. वायुसेना ने कहा कि हादसे की जांच के आदेश दे दिए गए हैं. वायुसेना का एमआई-17वीएच हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ है. हेलीकॉप्टर ने कोयंबटूर के पास सुलुर वायुसेना अड्डे से उड़ान भरी थी. हादसे के बारे में रक्षा मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पूरी जानकारी दी है वहीं इस हादसे के बारे में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कल (गुरुवार) संसद में बयान देंगे.

सीडीएस जनरल रावत वेलिंगटन में ‘डिफेंस सर्विसेज कॉलेज’ (डीएससी) जा रहे थे तभी हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस बीच, कोयंबटूर में आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि 11 शव निकाल लिए गए हैं और मलबे से तीन लोगों को एयरलिफ्ट कर अस्पताल पहुंचाया गया. उन्होंने बताया कि हेलीकॉप्टर नीलगिरि जिले के पर्वतीय क्षेत्र में कुन्नूर के निकट नंजप्पनचथिराम इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हुआ.

हेलीकॉप्टर में कई उच्च अधिकारी थे मौजूद
हेलीकॉप्टर में सेना के कई अधिकारी मौजूद थे। इसमें सीडीएस बिपिन रावत व उनकी पत्नी मधुलिका रावत के अलावा, ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह व अन्य अधिकारी मौजूद थे। इसके अलावा नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, लांव नायक विवेक कुमार, लांस नायक बी.साई तेजा व हवलदार सतपाल ग्रुप कैप्टन पीएस चौहान स्क्वायडड्रन लीडर कुलदीप पायलट मौजूद थे।

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