उत्तराखण्ड

मुख्य पेयजल लाइन के क्षतिग्रस्त होने से लालकुआं में गहराया पेयजल संकट….. नई पुनर्गठन योजना शुरू होने में लग सकता है इतना समय…… पढ़ें खबर

लालकुआं में पेयजल की मुख्य पाइप लाइन क्षतिग्रस्त होने से नगर में पिछले 3 दिन से पेयजल संकट गहरा गया है जल संस्थान के कर्मचारियों द्वारा उक्त लाइन की मरम्मत का कार्य लगातार किया जा रहा है परंतु अत्यंत पुरानी लाइन होने के चलते वह बार-बार क्षतिग्रस्त हो जा रही है।
ट्यूबेल से ओवरहेड टैंक में जाने वाली पेयजल की मुख्य पाइप लाइन क्षतिग्रस्त होने के चलते नगर वासियों को पिछले 3 दिन से पेयजल के लिए भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अब तक जहां प्रातः और शाम को डेढ़ -डेढ़ घंटा पेयजल की आपूर्ति की जाती थी, वहीं अब मात्र 15 से 20 मिनट ही पेयजल आपूर्ति हो पा रही है। जिसके चलते अधिकांश घरों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है। गत दिवस देर रात्रि तक जल संस्थान के कर्मचारियों ने सहायक अभियंता दीपचंद्र बेलवाल की मौजूदगी में पेयजल लाइन की मरम्मत का कार्य किया, परंतु देर रात तक लाइन का अधिकांश कार्य दुरुस्त हो जाने के बावजूद एक स्थान पर लिकेज रह गया, जिसके चलते आज पुनः पेयजल की दिक्कत सामने आ गई है, सहायक अभियंता दीपचंद्र बेलवाल का कहना है कि बहुत ही पुरानी पेयजल लाइन होने के कारण वह बार-बार क्षतिग्रस्त हो जा रही है। इधर नई पेयजल पुनर्गठन योजना के लिए क्षेत्रीय विधायक डॉ मोहन बिष्ट द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं, जिसमें 14 करोड़ की योजना को अमलीजामा पहनाने का कार्य वर्तमान में चल रहा है। इसमें कुछ तकनीकी खामियां होने के चलते उक्त योजना को सुधार के लिए पुनः शासन में भेजा गया है, क्षेत्रीय विधायक डॉ मोहन बिष्ट का कहना है कि अगले माह उक्त पेयजल पुनर्गठन योजना के टेंडर हो जाएंगे जिसके बाद क्षेत्र में नई पेयजल योजना का क्षेत्रवासी लाभ उठा सकेंगे।
फिलहाल लगभग 50 वर्ष पुरानी मुख्य पेयजल लाइन अब पूरी तरह जर्जर हो चुकी है, जिसके चलते बार-बार क्षतिग्रस्त होकर फट जा रही है, और नगरवासी पेयजल के लिए अत्यंत परेशान हो जा रहे हैं।

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