उत्तराखण्ड

नशे के कारोबारी उत्तराखंड में रोडवेज की बसों से ला रहे नशे का सामान, पुलिस भी हैरान

उत्तराखंड में पुलिस द्वारा नशे के खिलाफ चलाई गई मुहिम के बाद उत्तराखंड परिवहन निगम और उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसें यात्रियों के साथ ही अनजाने में ही सही मगर अंतरराज्यीय नशे के तस्करी में भी प्रयोग होने लगी हैं। तस्कर बस चालक एवं परिचालकों को नशे के पैकेट थमा दे रहे हैं। चालक-परिचालक भी अनजाने में ही लोगों की मदद की मंशा से यह सामान इधर से उधर पहुंचा देते हैं। गंतव्य पर उसे बताया गया व्यक्ति रिसीव कर लेता है। चालक-परिचालकों को कदाचित यह कतई आशंका नहीं रहती कि इस सुविधा या मदद का तस्कर भी फायदा उठा सकते हैं।

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तराई में अंतरराज्यीय तस्कर बहुत तेजी से सक्रिय हो रहे हैं। नशे के तस्करों ने अब रोडवेज की बसों का तस्करी का जरिया बना लिया है। रुद्रपुर में गत दिवस नशे के इंजेक्शनों के साथ पकड़े गए राजकुमार गंगवार और सुरेश सागर ने इस बात से पर्दा उठा पुलिस की नींद उड़ा दी है। बताया कि बहेड़ी, उत्तर प्रदेश से नशे के इंजेक्शन रोडवेज बस से ही भेजे जाते हैं। यहां इंजेक्शन रिसीव कर बेचते हैं।

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गौर करें कि हर त्योहार पर रोडवेज बसों से नकली मिठाइयां-मावा आदि मिलता रहता है। पकड़े जाने पर उसके मालिक का पता ही नहीं चलता। ऐसे में परिवहन निगम के आला अधिकारी भी मौन साध लेते हैंं। यह व्यवस्था पर बहुत बड़ा सवाल है, जो जल्द से जल्द कारगर कदम उठाने की ओर संकेत कर रहा है। एआरएम रुद्रपुर राकेश कुमार का कहना है कि उत्तर प्रदेश से 12-13 बसें आती हैं। यहां से रुद्रपुर, काशीपुर और रामनगर डिपो की बसें भी बरेली की ओर जाती हैं। इस मामले में पूछताछ की जाएगी। संलिप्तता पाए जाने पर संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।

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