उत्तराखण्ड

उत्तराखंड राज्य की गलत नीति के चलते पर्वतीय अंचल तबाही के कगार में पहुंच रहे…… इस व्यापारी संगठन के प्रमुख ने उठाये महत्वपूर्ण सवाल……

जिन पहाड़ों को हमारे पुरखों ने संजो कर रखा था आज वही गांव घर गलत नीतियों के कारण तबाह हो रहे हैं,,,,,कुंवर
हल्द्वानी, प्रमुख राज्य आंदोलनकारी देवभूमि उद्योग व्यापार मंडल के संस्थापक अध्यक्ष हुकम सिंह कुंवर ने गहरी चिंता प्रकट करते हुए कहा उत्तराखण्ड मैं जिन पहाड़ों गांवों नदी नालों नौलों को हमारे पुरखों ने सदियों से संजो कर रखा था, गलत नीतियों के कारण आज वही गांव घर पहाड़ गाड़ गधेरे नदी नाले नौले धारे सब तबाह हो रहे हैं,उन्होंने कहा कि अभी भी हम नही जागे इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे, उन्होंने कहा कि राज्य को विशेष लोग जिनका इस राज्य की संस्कृति व जनसरोकारों से कोई लगाव नहीं है वह केवल पैसा बनाने के लिए राज्य के संसाधनों को लुटवा रहे हैं, कुंवर ने कहा कि सरकारों मैं जब तक दिल्ली का दखल रहेगा सरकारें ईमानदारी से काम नहीं कर सकती,आज राज्य के मुद्दे गैरसैंण राजधानी,विकास,पलायन,बेरोजगारी,पहाड़ की महिलाओं की पीड़ा,जंगली जानवरों का आतंक, अवैध खनन,जंगलों मैं आए दिन आग लगने की घटनाएं,भ्रष्टाचार , स्वास्थ,शिक्षा,जैसे जन समस्याएं एजेंडे से बाहर हो गई हैं,कुंवर ने कहा जिस राज्य के लिए लोगों ने अपनी जान दे दी थी आज वही राज्य विस्थापन बेरोजगारी जैसे मुद्दों के लिए संघर्ष कर रहा है,
कुंवर ने कहा कि निरंकुश अफसर साही मैं लगाम लगाने की जरूरत है,
राज्य आंदोलनकारी कुंवर ने कहा कि समय रहते ठोस योजनाएं बनाने की जरूरत है,
कुंवर ने आश्चर्य प्रकट करते हुए कहा जिस राज्य मैं युवा रोजगार की तलाश मैं दर दर ठोकर खा रहा हो उस राज्य का अधिकारी कभी रिटायर नहीं हो रहा है, सरकारी अधिकारी रिटायर होते ही किसी आयोग या अन्य जगहों मैं आ जा रहा है, जायका कैंपा जड़ी बूटी अंखरोट जैसे प्रोजेक्ट रिटायर अधिकारियों के हब बन चुके हैं,

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