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डॉक्टरी की पढ़ाई के दौरान विदेश में हुआ प्यार इतना परवान चढ़ा कि रूस की लड़की ने अपना घर परिवार और देश छोड़ भारत आकर डॉ दीपक से हिंदू रीति रिवाज के अनुसार विवाह रचाया….. देखें वीडियो

कहते हैं प्यार की कोई जाति या उम्र नहीं होती है, ऐसी ही एक चर्चित शादी उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में हुई. रूस की जारा तीन देशों की सीमा क्रॉस कर भारत के कुशीनगर के रहने वाले डॉ. दीपक सिंह से ब्याह रचाने आ गई. जब ये दुल्हन कुशीनगर पहुंची तो हर कोई हैरान रह गया. क्योकि कुशीनगर जिले में इस तरह की यह पहली शादी थी. गत दिवस यह क्षेत्र अंतरराष्ट्रीय शादी का गवाह बना . कुशीनगर के मंगलपुर गांव में रहने वाला दीपक चार साल पहले मेडिकल की पढ़ाई के लिए ऑस्ट्रिया गया था. वहां जारा, दीपक की सीनियर छात्रा थी, दोनों के बीच प्यार हो गया. इसके बाद दोनों ने वहां शादी कर ली. कोरोना के चलते दीपक वापस घर आ गया और धीरे धीरे देखते समय के साथ जरा को भूलने लग गया परंतु जारा दीपक के साथ रहने की आन चुकी थी परिणाम स्वरूप कुछ दिन पूर्व वह अपना घर परिवार और देश छोड़कर दीपक के घर पहुंच गई जारा के यहां आने पर परिवार वालों ने भारतीय हिंदू-रीति रिवाजों से दोनों की शादी करवाई।


विदेशी दुल्हन के साथ उसके इजराइल, रशियन और अर्जेंटीना के विदेशी दोस्त भी आए. विदेशियों ने भी भारतीय शादी का जमकर आनंद उठाया. दूल्हे के भारतीय रिश्तेदार भी मौके पर उत्साहित दिखे. दूल्हा बने डॉ. दीपक सिंह ने बताया कि हम दोनों एक ही यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करते थे. ये मेरी सीनियर थी मैं जूनियर था. फर्स्ट ईयर में वहां पर जल्दी पढ़ाई स्टार्ट हो जाती है, इसलिए वो लोग जल्दी पढ़ाई खत्म कर देते हैं. वहां पर इग्जाम देते हुए थोड़ा टाइम लग जाता है इसलिए हम जूनियर सीनियर हैं.

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