हल्द्वानी। शिक्षा विभाग ने निजी स्कूलों की मनमानी पर सख्त रुख अपनाते हुए जिले के ऐसे स्कूलों को कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं जिनकी अभिभावकों द्वारा शिकायत दर्ज कराई गई है। इन स्कूलों से सात दिन के भीतर लिखित स्पष्टीकरण मांगा गया है। समय पर संतोषजनक जवाब नहीं देने पर स्कूलों की मान्यता रद्द की जा सकती है।
मुख्य शिक्षा अधिकारी जीआर जायसवाल ने हल्द्वानी और भीमताल के स्कूलों को नोटिस जारी किए हैं। यह कार्रवाई शिक्षा विभाग की जांच समिति द्वारा किए गए स्थलीय निरीक्षण के बाद की गई, जिसमें कई अनियमितताएं पाई गईं।
जांच में सामने आया कि कुछ निजी विद्यालय एनसीईआरटी के अतिरिक्त महंगी पुस्तकें लगवा रहे हैं, ड्रेस, स्टेशनरी और बैग के लिए विशेष दुकानें निर्धारित कर रखी हैं, मनमाने ढंग से फीस वृद्धि की गई है और हर वर्ष प्रवेश शुल्क भी वसूला जा रहा है।
शिक्षा विभाग ने स्कूलों के प्रबंधकों और प्रधानाचार्यों को चेतावनी दी है कि वे सभी संबंधित दस्तावेजों के साथ सात दिन में जवाब प्रस्तुत करें, अन्यथा उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगा।
जिन स्कूलों को नोटिस दिया गया है उनमें:
लक्ष इंटरनेशनल स्कूल, कमलुवागांजा
दीक्षांत इंटरनेशनल स्कूल, हल्द्वानी
पं. बद्रीदत्त पलड़िया सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, लामाचौड़
इमैनुअल पब्लिक स्कूल, रूपनगर मुखानी
एबीएम स्कूल, फतेहपुर हल्द्वानी
हाइलैंडर पब्लिक स्कूल, हल्द्वानी
सीएम मेमोरियल स्कूल, आवास विकास सुभाषनगर
एचडी फाउंडेशन, हल्द्वानी
आधारशिला पब्लिक स्कूल, फतेहपुर हल्द्वानी
सी ग्रीन वैली पब्लिक स्कूल, हल्द्वानी
जीडीजेएम स्कूल, चोरगलिया
जैम पब्लिक स्कूल, हल्द्वानी
टिक्कू मॉडर्न स्कूल, हल्द्वानी
डीएवी पब्लिक स्कूल, हल्द्वानी
हरमन माइनर स्कूल, भीमताल
