उत्तराखण्ड

टांडा के जंगल में रहने वाले पशुपालक की चुरा ली आठ भैंसें, हल्द्वानी पुलिस ने मुकदमा किया दर्ज

हल्द्वानी। टांडा के जंगल में स्थित इस खत्ता क्षेत्र में निवास करने वाले पशुपालक परिवार की आजीविका का एकमात्र साधन दुग्ध व्यवसाय है। कोतवाली क्षेत्र में टांडा के झुटियाल खत्ता गांव निवासी पशुपालक की आठ भैंस चोरी होने के मामले में कोतवाली पुलिस ने ऊधमसिंह नगर के चार आरोपियों पर मुकदमा दर्ज किया है।
झुटियाल खत्ता निवासी प्रेम सिंह बिष्ट पशुपालक हैं। उन्होंने बताया कि उनके पास 17 भैंसें हैं। दूध के व्यवसाय से परिवार की आजीविका चलती है। तीन महीने पहले चार लोगों से छह भैंसों का सौदा हुआ। कम पैसे देने पर उन्होंने सौदा रद्द कर दिया।
तहरीर में उन्होंने कहा कि सात मार्च 2025 को जंगल में चरने के लिए भैंसें छोड़ी थी। इस दौरान आठ भैंसें लापता हो गईं। कुछ दिन बाद ऊधमसिंह नगर के खेड़ा गांव निवासी असलम के पास उन्हें अपनी एक भैंस होने का पता चला। किसी तरह प्रेम सिंह अपनी एक भैंस वापस ले आए। बाद में असलम के साथ गदरपुर का युसूफ, टांडा निवासी करीम और नहरखत्ता निवासी अकरम आए।
इन लोगों ने मामले में समझौता करने की बात कही। इससे प्रेम सिंह का चोरी का शक पुष्ट हो गया। हल्द्वानी कोतवाल राजेश कुमार ने बताया कि प्रेम सिंह बिष्ट की तहरीर पर ऊधमसिंह नगर के असलम, करीम, अकरम और युसूफ के खिलाफ भैंस चोरी का मुकदमा दर्ज किया गया है।

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