उत्तराखण्ड

दो टूक:- बिंदुखत्ता के लिए अपनाया जा रहा दोहरा मापदंड…………… जबकि बिजली का वही तार हल्दूचौड़, शांतिपुरी और लालकुआं को भी जा रहा……………… किया घेराव……………. देखें वीडियो…………………………..

लालकुआं। पूर्व सैनिक संगठन, कांग्रेस और भाजपा के नेताओं ने लालकुआं स्थित विद्युत सब स्टेशन का घेराव करते हुए बिंदुखत्ता के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया, साथ ही क्षेत्र में हो रही अघोषित विद्युत कटौती पर कड़ी नाराजगी जाहिर की। ग्रामीणों ने कहा कि जब वही तार लालकुआं, हल्दूचौड़ और शांतिपुरी को भी जा रहा है परंतु बिंदुखत्ता के लिए अलग रेट तथा अन्य स्थानों के लिए अलग रेट क्यों रखे गए हैं।


सोमवार की दोपहर को लालकुआं स्थित विद्युत सब स्टेशन में पूर्व सैनिक संगठन के नेतृत्व में पहुंचे बिंदुखत्ता वासियों ने विद्युत सब स्टेशन का घेराव करते हुए बिंदुखत्ता क्षेत्र में हो रही अघोषित विद्युत कटौती पर कड़ी नाराजगी जाहिर की, इस दौरान विद्युत उपखंड अधिकारी से बहस करते हुए पूर्व सैनिक संगठन, भाजपा और कांग्रेस के नेताओं ने आरोप लगाया कि बिंदुखत्ता क्षेत्र में विद्युत विभाग के नए कनेक्शन लेने पर अत्यधिक रुपए की रसीद काटी जा रही है, वहीं लालकुआं समेत अन्य ग्रामीण क्षेत्र में विद्युत कनेक्शन पर कम पैसे की रसीद काटी जाती है, इसके अलावा उन्होंने बिंदुखत्ता क्षेत्र में शांतिपुरी और हल्दूचौड़ क्षेत्र से अधिक विद्युत कटौती होने का गंभीर आरोप विद्युत विभाग पर लगाया, इस दौरान उपखंड अधिकारी संजय प्रसाद ने सफाई दी कि विद्युत कटौती करने में उनका कोई रोल नहीं है, उच्च अधिकारियों के आदेश के बाद ही क्षेत्र में विद्युत कटौती की जा रही है, उन्होंने यह भी कहा कि सभी क्षेत्रों की बारी-बारी से बराबर विद्युत कटौती होती है, इसमें कहीं कम कहीं ज्यादा कटौती नहीं की जा रही है, इस मौके पर प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि अभिलंब क्षेत्र में की जा रही विद्युत कटौती बंद नहीं की गई तो ग्रामीण उग्र आंदोलन करने पर बाध्य हो जाएंगे।
इस अवसर पर पूर्व सैनिक संगठन के अध्यक्ष खिलाफ सिंह दानू, कैप्टन कुंदन सिंह मेहता, प्रकाश मिश्रा, भाजपा नेता दीपक जोशी, कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष पुष्कर दानू,, इंद्र सिंह पनेरी, किशन सिंह, लक्ष्मण सिंह, शिवराज सिंह बिष्ट, अमित बोरा, रणजीत सिंह मेहरा सहित भारी संख्या में बिंदुखत्ता के ग्रामीण मौजूद थे।
फोटो परिचय -विद्युत विभाग में उपखंड अधिकारी से बहस करते बिंदुखत्ता के ग्रामीण

To Top