उत्तराखंड में इन दिनों त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की धूम तेजी के साथ बढ़ती जा रही है, कल 28 जुलाई को मतदान है, परंतु इससे पूर्व एक परिवार से देवरानी और जेठानी दोनों ग्राम प्रधान के लिए चुनाव मैदान में उतरने के चलते पूरा परिवार पशोपेश में पड़ा हुआ है।
गोपेश्वर के चमोली जिले के दशोली ब्लाक की सल्ला रैतोली ग्राम पंचायत क्षेत्र में प्रधान पद के लिए एक ही परिवार की दो महिलाएं (देवरानी-जेठानी) मैदान में हैं। स्वजन के साथ गांव वालों ने भी उन्हें काफी समझाया कि एक ही दावेदारी करो, लेकिन दोनों टस से मस न हुईं। नतीजा पूरा परिवार असमंजस में है, खासकर सास को तो कुछ सूझ ही नहीं रहा कि किस बहू के पक्ष में खड़ा हुआ जाए और तीसरे के पक्ष में भी जाती हैं तो कलह फिर भी होनी ही है। इस सीट पर कम्यार निवासी आशा देवी पत्नी दिनेश सिंह भी मैदान में हैं।
पीपलकोटी के पास स्थित सल्ला रैतोली ग्राम पंचायत इन दिनों क्षेत्र में चर्चा का केंद्र बनी हुई है। इसकी वजह है प्रधान पद के देवरानी और जेठानी द्वारा ताल ठोकी हुई है, जिससे स्वजन ही एक-दूसरे को संदेह की दृष्टि से देख रहे हैं। जेठानी का तर्क है कि वह पूर्व में भी प्रधान रही हैं, इसलिए उनका दावा मजबूत है। जबकि, देवरानी का कहना है कि सामाजिक कार्यों में सक्रियता के साथ वह गांव की सरकार के बेहतर ढंग से संचालन की मंशा रखती हैं। गांव में तमाम समस्याएं हैं, जिनके निदान को वह सबसे उपयुक्त दावेदार हैं।
हरेंद्र और नरेंद्र भी अपनी-अपनी पत्नी के प्रचार में सक्रिय हैं, लेकिन वोट मांगने जिस देहरी पर भी जाते हैं, लोग परिवार की एकता पर नसीहत देने लगते हैं। हर किसी का यही कहना है कि परिवार में तो एका होना चाहिए।
