सितारगंज। यहां एक निजी अस्पताल में आपरेशन- के बाद महिला की मृत्यु हो गई। जिसके बाद स्वजनों ने हंगामा कर दिया, इनका आरोप था कि अस्पताल प्रशासन की लापरवाही से यह मृत्यु हुई है। सूचना पर पहुंची कोतवाली पलिस टीम ने बमुश्किल समझाकर लोगों को शांत किया। इधर, अस्पताल के चिकित्सक हार्टअटैक से महिला की मृत्यु होने की बात कह रहे हैं। लालकुआं के ग्राम हल्दूचौड़ निवासी समीर ने बताया कि उनकी 39 वर्षीय पत्नी पूनम को पथरी थी। आपरेशन के लिए उसे नगर के सिडकुल मार्ग स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया था। जहां नौ मार्च को पूनम का आपरेशन हुआ। जिसके बाद डाक्टर ने मरीज को हृदय संबंधित दिक्कत बताते हुए डा. सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी रेफर कर दिया। महिला की गंभीर स्थिति को देखते हुए स्वजन पूनम को सुशीला तिवारी और फिर उसके बाद बरेली के राममूर्ति अस्पताल ले गए। आरोप है कि दोनों अस्पतालों के चिकित्सकों ने पूनम को हृदय संबंधित समस्या होने से इन्कार कर दिया। इसके बाद स्वजन पूनम को लेकर दोबारा सितारगंज स्थित अस्पताल ले आए। जहां उपचार के दौरान पूनम की मृत्यु हो गई।
इधर, शक्तिफार्म से मृतका के मायके वालों के साथ ग्रामीण व हल्दूचौड़ से जनप्रतिनिधियों ने अस्पताल पहुंच चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगाया। वहीं सूचना पर कस्बा इंचार्ज इंदर सिंह भी अस्पताल पहुंच गए। स्वजन ने आरोप लगाया कि अस्पताल प्रशासन ने उन्हें किसी भी प्रकार की कोई भी जानकारी नहीं दी। हालांकि कुछ देर बाद स्वजन चिकित्सक व प्रशासन की बात समझकर शांत हो वापस लौट गए।
. निजी चिकित्सालय में महिला की मौत के बाद स्वजन के हंगामे की सूचना पर पुलिस टीम मौके पर
पहुंची थी। उनका आरोप था कि इलाज में लापरवाही के चलते महिला की मृत्यु हुई है। उन्हें पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई का अश्वासन दिया गया है। जिसके
बाद लोग शांत होकर वापस लौट गए।
- हरविंदर कुमार, एसएसआइ