लालकुआं। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि मैंने अपने मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान बिंदुखत्ता नगरपालिका बनाई, अब मौजूदा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपने विशेषाधिकार का प्रयोग करते हुए इसे राजस्व गांव का दर्जा दें। उन्होंने मौजूदा विधायक व अन्य भाजपाईयों से भी कहा कि उन्होंने जितना जोर हरीश रावत को हराने में लगाया, अब बिन्दुखत्ता राजस्व गांव को लेकर उतना जोर मुख्यमंत्री पर दबाव बनाने में लगाये। उन्होंने कहा कि बिंदुखत्ता पहाड़ के लोगों के अथक संघर्षों के बाद बना है, इसको यहां तक पहुंचाने में पुरानी पीढ़ी बहुत बड़ा योगदान है, जिसे भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि अब बिंदुखत्ता को हटाया नहीं जा सकता, इसे राजस्व गांव बनाने के लिए जो लोग सत्ता में काबिज है, वही कार्य कर सकते हैं। यदि कोई हाथी कॉरिडोर या अन्य कारण बताकर उन्हें यहां से हटाने के लिए आएगा तो जीते जी सबसे आगे बिंदुखत्ता के लोगों के साथ हरीश रावत खड़ा होगा।
इस अवसर पर वरिष्ठ कांग्रेसी नेता कैप्टन कुंदन सिंह मेहता, राजेन्द्र खनवाल, पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण, युवा कांग्रेसी नेता आनंद रावत, विरेन्द्र रावत, खजान गुड्डू, महेश डसीला, पुष्कर दानू, गिरधर बम, प्रदीप बथियाल, मन्नु तुलेडा, रमेश कुमार, लक्ष्मण धपोला, भगवान धामी, कैप्टन खिलाफ सिह दानू, प्रकाश मिश्रा, संजय टाकुली, विजय सामंत, गोकर्ण सिंह, देवीदत्त पांडे, रूप सिंह जीना, राजेन्द्र चौहान, शहीद जीवन खोलिया की माता हीरा देवी, ललिता देवी, नंदी देवी, पार्वती देवी और महिला नेत्री बीना जोशी सुमित भारी संख्या में कांग्रेसी मौजूद थे।
फोटो परिचय- बिंदुखत्ता में क्षेत्र वासियों को संबोधित करते पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत
