कोरोना काल के दौरान भारतीय रेल को हुए नुकसान की भरपाई तथा देशवासियों को सुविधाएं देने के लिए रेलवे बदलते समय के साथ अपनी सर्विसेस में भी कई तरह के बदलाव कर रही है. पहले एक समय था जब रेलवे केवल यात्रा और माल ढुलाई का काम करता था. लेकिन, अब वह नई-नई कई तरह की सेवाएं भी शुरू कर रहा है जिससे लोगों को ज्यादा फैसिलिटी मिल सके. अब रेलवे एक नई तरह की सुविधा शुरू करने की तैयारी कर रहा है जिसमें वह लोगों के सामान को डोर-टू-डोर पहुंचाएगा. इस डोर-टू-डोर सर्विस को शुरू करने के लिए रेलवे पोस्ट ऑफिस और डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर को भी इस सर्विस में शामिल करने की तैयारी में है.
इस सर्विस को लोगों तक पहुंचाने के लिए एक मोबाइल ऐप को भी लॉन्च किया जाएगा. आप इस मोबाइल ऐप के जरिए अपने पार्सल डिलिवरी के ऑर्डर को प्लेस कर सकते हैं और इसके बाद आपको पैसों का पेमेंट करना होगा. इसके बाद आपके सामान की डिलीवरी उस जगह तक हो जाएगी. इस सुविधा को रेलवे फिलहाल एक पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू कर रहा है. इसके बाद इसकी सफलता के अनुसार ही इसे और आगे बढ़ाया जाएगा.
मोबाइल ऐप के जरिए होगा काम
कई मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार रेलवे ने इस प्रोजेक्ट को शुरू भी कर दिया है और अभी इसे देश के कुछ हिस्सों में ही अपडेट किया जा रहा है. इसके बाद इस योजना की सफलता को देखते हुए इसे पूरे देश के लिए शुरू किया जाएगा. फिलहाल इसे दिल्ली, एनसीआर और गुजरात के साणंद और मुंबई के बीच शुरू किया गया है. इस सर्विस के लिए रेलवे बहुत जल्दी एक ऐप भी लॉन्च करेगा जिसकी मदद से कोई भी व्यक्ति इस डोर-टू-डोर सर्विस का फायदा उठा पाएगा.
इसके साथ रेलवे की कमाई के जरिए में भी बढ़ोतरी होगी. रेलवे के इस साल के बजट में रेलवे की कमाई को बढ़ाने के लिए कई नए प्रावधान किए गए हैं. रेलवे इस सर्विस को लोगों तक पहुंचाने के लिए पोस्ट विभाग और डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर की मदद लेगा. सबसे पहले कोई भी व्यक्ति मोबाइल ऐप के जरिए अपनी बुकिंग करेगा. इसके बाद रेलवे पोस्ट सर्विस की मदद से सामान को सही जगह तक पहुंचाएगा. डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर सामान को ढोने का काम करेगा।