लालकुआं। यहां आयोजित श्रीमद् भागवत कथा सप्ताह ज्ञान महायज्ञ के प्रथम दिवस कथा व्यास स्वामी नारायण चैतन्य ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि श्रीमद्भागवत योगेश्वर भगवान श्रीकृष्ण का साक्षात स्वरूप है। संसार के समस्त साधनों की तुलना में श्रीमद् भागवत श्रेष्ठ है। इसके श्रवण से व्यक्ति के जन्म जन्मांतर के कष्ट दूर हो जाते हैं। और वह कलिकाल के घोर संतापों से मुक्त होकर योगेश्वर भगवान के श्री चरण कमल को प्राप्त करता है।
उन्होंने कहा कि भागवत कथा का श्रवण करने मात्र से मनुष्य के सारे संताप दूर हो जाते है। उन्होंने भागवत कथा के कई प्रसंगों का बखान करते हुवे कहा कि जो मनुष्य श्रीमद भागवत कथा का श्रवण करता है उसके सारे दु:खों का हरण हो जाता है। श्रीमद भागवत कथा जीवन चक्र से जुड़े प्राणियों को उनकी वास्तविक पहचान कराता है। साथ ही सांसारिक दु:ख, लोभ – मोह जैसी तमाम प्रकार की भावनाओं से मुक्त कराता है। दोपहर से शाम तक चली कथा के दौरान भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने श्रद्धा पूर्वक कथा का आनंद लिया। तथा महाआरती के बाद प्रसाद वितरण किया गया।
इस अवसर पर मुख्य यजमान रामबाबू मिश्रा, उर्मिला मिश्रा, वरिष्ठ व्यवसाई रजत शर्मा, साधना शर्मा, अखिलेश मिश्रा, रविशंकर तिवारी, पूर्व चेयरमैन पवन चौहान, संजीव शर्मा, विवेक मिश्रा, उमेश तिवारी, जगदीश प्रसाद अग्रवाल, बीबी मिश्रा, योगेश उपाध्याय, बीना जोशी, मीना रावत, दीपाली मिश्रा, अखिलेश मिश्रा, सुभाष नागर, पंकज बत्रा, हेमंत पांडे, कुलदीप मिश्रा सहित भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।
फोटो परिचय- लालकुआं में श्रीमद् भागवत कथा सुनाते व्यास स्वामी नारायण चैतन्य ब्रह्मचारी जी महाराज
श्रीमद् भागवत कथा सुनने से मनुष्य के दुखों का हरण होता है- स्वामी नारायण चैतन्य ब्रह्मचारी महाराज
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