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मकर संक्रांति पर गंगा स्नान:- आज लाखों लोग लगा रहे ‘आस्था’ की डुबकी, अब तक मिले 70 कोरोना संक्रमित, माघ मेला में मंडराया कोरोना का साया

आज देश 14 जनवरी को मकर संक्रांति का पावन त्योहार मनाने जा रहा है. इस दिन गंगा में आस्था की डुबकी लगाने की पुरानी परंपरा है. ऐसे में लोग देश के कोने-कोने से गंगा में डुबकी लगाने के लिए पहुंचते हैं.
देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में माघ मेले का आयोजन हो रहा है. आस्था का ये मेला कोरोना का सुपर स्प्रेडर हो सकता है. आज यानी 14 जनवरी को मकर संक्रांति के मौके पर लाखों लोग गंगा स्नान करेंगे. मेले में कोरोना विस्फोट हो चुका है. कोरोना के बीच इस आयोजन को लेकर अपील हो रही है कि माघ मेला रद्द कर दिया जाए ,परंतु प्रयागराज में बैन तो नहीं किया गया है लेकिन कई पाबंदियां सक्रिय कर दी गई है । जानकारी दी गई है कि माघ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की समय-समय पर थर्मल स्कैनिंग की जाएगी. मास्क बांटे जाएंगे और पब्लिक एड्रेस सिस्टम यानी साउंड से जागरूक किया जाएगा.

47 दिनों तक चलने वाले इस आयोजन के दौरान भारी तादाद में श्रद्वालु गंगा में स्नान करेंगे.
लाखों की भीड़ के हिसाब से ही तैयारी भी बड़ी की गई है. लेकिन कोरोना महामारी की तीसरी लहर के बीच हो रहे इस मेले पर सवाल खड़े हो रहे हैं और ऐसा इसलिए क्योंकि माघ मेले में कोरोना वायरस एंट्री मार चुका है. इस बीच, माघ मेले में 18 और लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं. अब तक कुल 70 लोग पॉजिटिव हो चुके हैं. यह आंकड़े मकर संक्रांति पर आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ से पहले के हैं. सिर्फ पुलिसकर्मियों और चुनिंदा लोगों की जांच के ही ये आंकड़े हैं. आज से भीड़ बढ़ने के बाद अगर जांच हुई तो बड़ी संख्या में संक्रमित सामने आ सकते हैं.
कोरोना बम फूटने के बाद भी माघ मेले के हालात नहीं बदले हैं. सरकार दावे तो तमाम कर रही है, लेकिन जमीनी हकीकत में बस लापरवाही नजर आ रही है. सोमवार यानी 17 जनवरी से पौष पूर्णिमा की शुरुआत है. 1 लाख से ज्यादा संत, महात्मा यहां कल्पवास करेंगे. माघ मेले को भव्य बनाने के लिए सरकार ने तैयारियां पुख्त की है. पौने दो करोड़ का टेंडर निकालकर दो दर्जन से ज्यादा झूले और प्रदर्शनियों की व्यवस्था की गयी है. लेकिन कोरोना के कारण ये सभी जानकारियां चिंता को बढ़ा रही है. हालांकि प्रशासन की तरफ से कोविड नियमों के पालन के बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं.

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