हल्द्वानी। विजिलेंस की कार्रवाई वर्तमान में तेजी के साथ प्रचलित हो रही है, विधिक माप विज्ञान विभाग की सहायक नियंत्रक शांति भंडारी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया। सतर्कता विभाग की टीम ने शिकायतकर्ता से ₹10,000 की रिश्वत लेते हुए उन्हें किच्छा स्थित कार्यालय से धर दबोचा।
शिकायतकर्ता, जो वजन तोलने वाले कांटे-बाट की बिक्री और मरम्मत का कार्य करता है, ने सतर्कता विभाग में शिकायत दर्ज कराई थी कि शांति भंडारी ने लाइसेंस प्रक्रिया पूरी होने के बावजूद, लाइसेंस निरस्त करने की धमकी देकर रिश्वत की मांग की थी।
सतर्कता अधिष्ठान की जांच में शिकायत सत्य पाई गई। इसके बाद निदेशक सतर्कता डॉ. वी. मुरूगेशन के निर्देशन में एक ट्रैप टीम का गठन किया गया, जिसने इस भ्रष्टाचार के मामले का पर्दाफाश किया। शांति भंडारी को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया है और मामले की आगे की जांच जारी है।
निदेशक सतर्कता ने इस साहसिक कार्रवाई के लिए ट्रैप टीम को नगद पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की है। सतर्कता विभाग ने आम जनता से अपील की है कि वे भ्रष्टाचार के खिलाफ जागरूक रहें और टोल-फ्री नंबर 1064 या व्हाट्सएप हेल्पलाइन नंबर 9456592300 पर शिकायत दर्ज कर अपना योगदान दें।