हल्द्वानी। शहर में न्यूरोसर्जन की ओर से पैथोलॉजी लैब संचालिका के साथ दुष्कर्म के प्रयास और धमकी के मामले में राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने संज्ञान लिया है। मामले में महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने एसएसपी नैनीताल पीएन मीणा से फोन पर बात कर घटना में त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए।आयोग ने कहा कि जिन डॉक्टरों को हम भगवान स्वरूप मानते हैं, उनकी ओर से गलत घटनाओं को अंजाम दिया जाएगा तो यह अत्यंत निंदनीय है। कहा कि पीड़िता के साथ यदि कहीं भी किसी भी प्रकार से गलत किया गया है तो आरोपी के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करते हुए युवती को न्याय दिलाया जाए। वहीं उन्होंने कहा कि यदि कार्य क्षेत्र में महिला सुरक्षित नहीं होगी तो परिवार में और समाज में महिलाओं के कार्य करने पर प्रश्नचिह्न खड़ा होगा। मामले की गंभीरता को देखते हुए महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने प्रकरण में स्पष्ट जांच करते हुए पीड़िता को जल्द से जल्द न्याय दिलाने के निर्देश दिए हैं।
विदित रहे कि नगर क्षेत्र में रहने वाली युवती ने मुखानी थाने में पुलिस को तहरीर देते हुए कहा है कि व्यापार के सम्बन्ध में शहर के जाने-माने हॉस्पिटल आती जाती रहती है इसी दौरान हॉस्पिटल का मालिक मुख्य डॉक्टर उससे बात करने लगा. डॉक्टर ने कहा कि “मैं भी आपके शहर का रहने वाला हूँ, मैं आपको सपोर्ट करूँगा, तुम्हें कोई समस्या नहीं होगी” इस दौरान डॉक्टर ने कहा कि मेरी पत्नी से बनती नही, तलाक लेने वाला हूं।
पीड़िता का आरोप है कि वह काम के सिलसिले में हॉस्पिटल जाती तो डॉक्टर उसको अपने चैम्बर में बुला लेता और काम के बारे में जानकारी लेता था. अक्सर अपनी पारिवारिक बात बताता कहता कि “मेरी अपनी पत्नी से नहीं बनती है, मैं उसे तलाक देने वाला हूँ.
4 जून को डॉक्टर शराब के नशे में रात 10 बजे उसके घर पहुंचा और उसके साथ छेड़छाड़ और दुष्कर्म करने की कोशिश की जब पीड़िता ने उसकी वीडियो रिकार्डिंग करने लगी इस पर उसने प्रार्थिनी का फोन छीनने का प्रयास किया। जून को पीड़िता अपने व्यापारिक काम का शेष पैसा मांगने पहुंची तो डॉक्टर उसे चैम्बर में बुलाया चैम्बर पहुंचते ही डॉक्टर ने पीड़िता का हाथ पकड कर अपनी और खींच लिया और जबरदस्ती करने लगा.पीड़िता के कपड़े फाड़ने की कोशिश की. विरोध पर तो डा आग बबूला हो गया.ड्रामे करेगी तो बदनाम कर दूंगा डॉक्टर बोला “पैसे नहीं दुगां, तुझे जो करना है कर ले.
तेरा व्यापार बन्द करा कर तुझे जान से मरवा दूंगा.पीड़िता का कहना है कि वह डॉक्टर की धमकी से बहुत डर गई थी और इसी वजह से FIR लिखाने की हिम्मत नही जुटा पा रही थी.
आखिरकार हिम्मत जुटाकर डॉक्टर के खिलाफ तहरीर देखकर मुकदमा दर्ज करवाया है।सीओ सिटी नितिन लोहनी का कहना है कि पीड़िता की तहरीर पट मुकदमा दर्ज कर पूरे मामले की जांच की जा रही है.
ग़ौरतलब हैं कि शहर के जाने माने उक्त डॉक्टर के खिलाफ कुछ दिन पूर्व सोशल मीडिया में पोस्ट डालते हुए एक बिन ब्याही मां ने डॉक्टर पर उसका बच्चा होने का आरोप लगाया था. यही नहीं उक्त बिन ब्याही मां बनी युवती ने सोशल मीडिया में ही डॉक्टर के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कई गंभीर आरोप लगाए थे लेकिन पीड़ित युवती ने मामले को पुलिस में नहीं दर्ज कराया इसके बाद मामला शांत पड़ गया था। अब दूसरी युवती द्वारा दर्ज कराए गए मुकदमे ने दोनों मामलों को दोबारा से उजागर कर दिया है।