उत्तराखण्ड

कितनी देर में होगा फाइनल टिकट …यहां दावेदारों में हो रही जबरदस्त टेंशन…… देखें किस्सा कुर्सी का

कब होगा फाइनल टिकट …यहां प्रत्याशियों मैं हो रही जबरदस्त टेंशन…… देखें किस्सा कुर्सी का

विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा और कांग्रेस के टिकट वितरण का समय जैसे-जैसे नजदीक आता जा रहा है, लाल कुआं विधानसभा सीट के तमाम दावेदारों की बेचैनी बढ़ती जा रही है, दोनों दलों में दावेदार स्वयं को प्रत्याशी मानकर चुनाव की तैयारी में जुटे हुए हैं, कुछ दावेदार अपने आकाओं के बूते टिकट माने बैठे हैं, जबकि कुछ का पार्टियों द्वारा कराया गया सर्वेक्षण ही आधार है। भारतीय जनता पार्टी से जहां वर्तमान विधायक नवीन दुम्का, पूर्व दर्जा राज्यमंत्री हेमंत द्विवेदी, भाजपा युवा नेता दीपेंद्र कोश्यारी, जिलाध्यक्ष प्रदीप बिष्ट, भाजपा नेता उमेश शर्मा, पूर्व चेयरमैन पवन चौहान, हिंदूवादी नेता कमल मुनि और 1 सप्ताह पूर्व भाजपा में शामिल हुए जिला पंचायत सदस्य डॉ मोहन सिंह बिष्ट जबरदस्त दावेदारी जता रहे हैं।
वही कांग्रेस पार्टी से पूर्व कैबिनेट मंत्री हरीश चंद्र दुर्गापाल, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता हरेंद्र बोरा, महिला नेत्री संध्या डालाकोटी, बीना जोशी और राजेंद्र सिंह खनवाल दावेदारी जता रहे हैं। दोनों पार्टियों से टिकट तो एक-एक दावेदार को ही मिलेगा, परंतु टेंशन सभी के दिलो-दिमाग में बनी हुई है। इस बार पूरे विधानसभा चुनाव में कोरोना का साया रहने के चलते यह चुनाव अत्यधिक विषम परिस्थितियों वाला आजादी के बाद का पहला चुनाव हो सकता है। क्योंकि दिन पर दिन कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं और धीरे-धीरे अब इस बीमारी से रोगियों की मौत भी होने लगी है जिससे जनसभाएं रैली वह झुंड में जनसंपर्क अभियान पूरी तरह मुश्किल नजर आ रहा है इसीलिए इस बार का चुनाव अलग तरीके का चुनाव हो सकता है वैसे कांग्रेस और भाजपा हाईकमान द्वारा आज से कल तक टिकटों की पहली लिस्ट जारी कर दी जाएगी ऐसे में लालकुआं विधानसभा क्षेत्र के दावेदारों में बेचैनी होना लाजमी है। देखना यह है कि दोनों पार्टियों के हाईकमान की पहली पसंद कौन-कौन से नेता बनते हैं।
दोनों दलों में अधिकांश दावेदारों को अब तक विधायकी का मौका नहीं मिला है, इसलिए वह लोग किस्सा कुर्सी का सुनते रहते हैं, और अब इस कुर्सी पर बैठने के लिए बेताब भी हो रहे हैं। परंतु दोनों दल इस मामले में फूंक-फूंक कर कदम रख रहे हैं। क्योंकि दोनों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है, और दोनों ही दल उत्तराखंड में सरकार बनाने के लिए ताने-बाने बुन रही है

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