उत्तराखण्ड

लालकुआं में 2 साल पूर्व उजाड़े गए सैकड़ो लोगों ने धरना प्रदर्शन के बाद विधायक से कही दो टूक………. देखें वीडियो……….

लालकुआं। 2 वर्ष पूर्व जिला प्रशासन एवं रेलवे द्वारा उजाड़े गए नगीना कॉलोनी के सौ से अधिक परिवारों ने उत्तराखंड बेरोजगार संगठन के प्रदेश अध्यक्ष प्रकाश उत्तराखंडी के नेतृत्व में तहसील प्रांगण में जबरदस्त धरना प्रदर्शन के बाद क्षेत्रीय विधायक डॉ मोहन बिष्ट और तहसीलदार लालकुआं को पुनर्वास की मांग को लेकर ज्ञापन सौपा।
धरना प्रदर्शन के पश्चात तहसील प्रांगण में क्षेत्रीय विधायक को ज्ञापन सौंपते हुए उत्तराखंड बेरोजगार संगठन के प्रदेश अध्यक्ष प्रकाश उत्तराखंडी ने कहा कि वर्ष 2023 में रेल प्रशासन और जिला प्रशासन द्वारा लालकुआं की नगीना कॉलोनी क्षेत्र में निवास करने वाले 1200 से अधिक परिवारों को उजाड़ दिया था, इस दौरान जिला प्रशासन एवं राज्य सरकार के नुमाइंदों द्वारा उक्त कॉलोनी से उजाड़े गए निवासियों के पुनर्वास का आश्वासन दिया गया था, परंतु 2 वर्ष बीत जाने के पश्चात आज तक उक्त परिवारों के पुनर्वास का मामला शासन प्रशासन ने ठंडे बस्ते में डाल दिया है, जबकि उक्त गरीब परिवार जगह-जगह किराए में रहकर अपनी आजीविका चला रहे हैं, बढ़ती महंगाई के बीच उक्त परिवार यह खर्च वहन करने में सक्षम नहीं है, उन्होंने अभिलंब नगीना कॉलोनी के उजाड़े गए परिवारो के पुनर्वास की मांग की साथ ही चेतावनी दी कि यदि अभिलंब इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई तो पीड़ित परिवार जबरदस्त प्रदर्शन एवं आंदोलन शुरू करेंगे, जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी। इस पर क्षेत्रीय विधायक डॉ मोहन बिष्ट ने कहा कि पीड़ित परिवारों के पुनर्वास के लिए वह प्रयास कर रहे हैं, इसमें देर अवश्य हो सकती है, परंतु शासन पर दबाव बनाकर गरीब परिवारों का पुनर्वास करवाया जाएगा। उन्होंने पीड़ित परिवारों से संयम बरतने की अपील की। इसके पश्चात मुख्यमंत्री को प्रेषित ज्ञापन की प्रति तहसीलदार कुलदीप पांडे को सौंपी गई।प्रदर्शनकारियों में राम बहादुर, गौरा व्यापारी, कुंदन सिंह, हनीफ अहमद, गोपाल बसु, आशा देवी, अनीता देवी, चंद्रावती देवी, सोनी देवी, मीना देवी, हेमा देवी, पुष्पा देवी, मंजू बिष्ट, उमा देवी, आसमा सहित भारी संख्या में मातृशक्ति मौजूद थी।
फोटो परिचय- विधायक डॉक्टर मोहन बिष्ट को अपनी समस्या बताते नगीना कॉलोनी के उजाड़े गए लोग

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