उत्तराखण्ड

आईएफडब्ल्यूजे के 75 वें स्थापना दिवस पर यूनियन के गौरवशाली इतिहास पर डाला प्रकाश…

लालकुआं। उत्तराखंड श्रमजीवी पत्रकार यूनियन की लालकुआं इकाई ने आईएफडब्ल्यूजे. के 75 वें स्थापना दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन कर यूनियन के गौरवशाली इतिहास पर प्रकाश डाला।
यहां आयोजित उत्तराखंड श्रमजीवी पत्रकार यूनियन की संगोष्ठी के दौरान इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स के आज 75 वर्ष पूर्ण होने पर यूनियन के गौरवपूर्ण यात्रा के 75 वर्ष में भारत के महान पत्रकारों द्वारा चौथे स्तंभ को मजबूत करने की दिशा में किए गए विशेष कार्यों पर प्रकाश डाला गया। इस मौके पर राष्ट्रीय पार्षद बीसी भट्ट ने कहा कि पत्रकारीय विधा के दूरदर्शी युगपुरुषों ने 28 अक्टूबर, 1950 को आईएफडब्ल्यूजे की स्थापना की थी। आईएफडब्ल्यूजे को स्वतंत्र भारत का पहला पत्रकार ट्रेड यूनियन होने का गौरव प्राप्त है। उन्होंने बताया कि आईएफडब्ल्यूजे ने अपनी पिचहत्तर साला गौरवमय यात्रा में देश भर के सक्रिय एवं जुझारू पत्रकारों को एकजुट कर पत्रकारीय पेशे की सुचिता को बनाए रखते हुए राष्ट्र एवं सर्वजन पक्षधर पत्रकारिता को बढ़ावा देने में अविस्मरणीय योगदान दिया है।
संगोष्ठी के अंत में आईएफडब्ल्यूजे के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष के विक्रम राव के निधन पर 2 मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई, तथा उनके द्वारा यूनियन को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति दिलाने में दिए गए योगदान पर विस्तृत चर्चा की गयी। संगोष्ठी में यूनियन के नगर अध्यक्ष रंजीत बोरा, महामंत्री दीप जोशी, संरक्षक राजेश नेगी, प्रकाश जोशी, रमाकांत पन्त, वरिष्ठ पदाधिकारी मोहन जोशी, बसंत पांडे, हरीश बिसौती, विनोद अग्रवाल, ओपी अग्निहोत्री, अभिषेक सिंह हेम जोशी जीवन गोस्वामी और मीडिया प्रभारी शानू सहित कई पत्रकार मौजूद थे।

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