पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि पर्वतीय लोग पर्वतीय उपज कौड़ी और रिश्ते की पौंड़ी दोनों को भूल गए थे, पूर्वर्ती हरीश रावत सरकार ने ही उन्हें इनकी याद दिलाई। रावत ने कहा कि पर्वतीय उपज मडुआ, गहत, भट्ट, झींगुरा और कोड़ी का उनकी सरकार के दौरान देशभर में प्रचार किया गया आप जैसे ही पुनः कांग्रेस की सरकार आएगी इन पर्वतीय उपज को अंतरराष्ट्रीय मार्केट में उतारा जाएगा। उन्होंने कहा कि आज पर्वतीय समुदाय में अपनी बोलचाल की भाषा में पर्वतीय भाषा का निरंतर प्रयोग समाप्त होता जा रहा है। हमें अपनी मातृभाषा का घर में अवश्य ही प्रयोग करना चाहिए। साथ ही अपने प्राचीन पर्वतीय रिश्तो को जैसे पोंड़ी रिस्ते को आज भूल रहे हैं, इसी प्रकार तमाम रिस्तों को हम हिंदी या अंग्रेजी भाषा से पुकारने लगे हैं। हम अपने बच्चों को इस ओर प्रेरित करें तभी हम अपनी प्राचीन पर्वतीय संस्कृति को बचा कर रख सकते हैं। साथ ही यह भी कहा कि यदि 2022 में कांग्रेस की सरकार आई तो सत्ता में आते ही बिंदुखत्ता वालों से पूछेंगे क्या चाहिए नगरपालिका या राजस्व गांव, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बिंदुखत्ता वासियों को आश्वस्त किया कि सरकार में आते ही उनके बीच में आएंगे और पूछेंगे कि उन्हें नगरपालिका चाहिए अथवा राजस्व गांव, जनता जिस पर मुहर लगा देगी वह सौगात उन्हें सौंप दी जाएगी। हरीश रावत की इस घोषणा के बाद सैकड़ों लोगों ने करतल ध्वनि से उनका स्वागत किया।
हरदा ने मोटाहल्दू में पर्वतीय समुदाय के समक्ष किये गए संबोधन में इस प्रकार सबका मन मोहा…… पढ़िए उनके मन बात
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