बहुत ही गोपनीय तरीके से की गई कार्रवाई के बाद आयकर विभाग ने दिल्ली के एक व्यक्ति के पास 30 करोड़ रुपये के काले धन का पता लगाया है। जिसने टैक्सेशन से बचने के लिए विदेश में एक ट्रस्ट और एक कंपनी बनाई हुई थी। केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने सोमवार को यह जानकारी दी। इस मामले में संबंधित व्यक्ति के ठिकानों पर 24 नवंबर को छापेमारी की गई थी।
सीबीडीटी के मुताबिक इस करदाता ने ”कम कराधान वाले विदेशी क्षेत्र में एक लाभार्थी ट्रस्ट और एक कम्पनी का गठन किया हुआ था।” तलाशी अभियान में पता चला कि कम टैक्सेशन वाले विदेशी अधिकार क्षेत्र में आनी वाली इन अघोषित संस्थाओं के पास अचल एवं चल संपत्ति के रूप में 40 करोड़ रुपये की संपत्ति है। यह करदाता एक विदेशी बैंक का लाभ भी ले रहा था जिसकी भारत में शाखाएं हैं।
यह बैंक धन प्रबंधन, वित्तीय योजना, परिसंपत्ति आवंटन, इक्विटी अनुसंधान, निश्चित आय, निवेश रणनीतियों और प्रत्ययी सेवाएं देता है। सीबीडीटी ने बताया कि ई-मेल और उपलब्ध दस्तावेजों से इन तथ्यों की पुष्टि हुई है। व्यावसायिक परिसरों की तलाशी के दौरान ‘हार्ड डिस्क’ में बैंक खातों सहित अन्य दस्तावेज भी मिले हैं।
सीबीडीटी ने कहा, ” इस तरह के एकत्रित सबूतों के प्रारंभिक विश्लेषण से पता चलता है कि भारत में किए गए कारोबार से 30 करोड़ रुपये की घरेलू आय को कम करके दिखाया गया है।