बरेली रोड क्षेत्र में टस्कर हाथी की मौत की घटना से एक माह के भीतर दूसरे हाथी की हुई दर्दनाक मौत से वन महकमे में मचा हड़कंप।
लालकुआं। मोटाहल्दू क्षेत्र के सूफी भगवानपुर गांव में हाईटेंशन विद्युत तार के संपर्क में आने से हुई टस्कर हाथी हाथी की मौत के बाद बरेली रोड में करंट प्रवाह से दूसरे हाथी की मौत हो गई है। जबकि लालकुआं क्षेत्र में 1 माह के भीतर दो हाथी अकाल मौत के ग्रास बन गए हैं।
लालकुआं क्षेत्र में लगातार हो रही हाथियों की मौत की घटना से वन महकमें में हडकंप मच गया है। 1 माह पूर्व टांडा के जंगल में ट्रेन की टक्कर से डेढ़ वर्षीय मादा हाथी के बच्चे की दर्दनाक मौत हो गई थी, जिसके बाद आज सूफी भगवानपुर गांव में 25 से 30 वर्ष के टस्कर हाथी की हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से दर्दनाक मौत हो गई, इससे पूर्व दिसंबर 2020 में बबूर गुमटी के पास हाईवे के किनारे एक हाथी की हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से दर्दनाक मौत हो गई थी, उक्त मामले में वन विभाग ने विद्युत विभाग के विरुद्ध कार्रवाई की थी, अब इस मामले में भी वन विभाग विद्युत विभाग के खिलाफ कार्रवाई की जुगत में जुटा हुआ है, परंतु इस बार विशालकाय हाथी ने अपना सूड उठाकर हाईटेंशन लाइन के तार को पकड़ा है, जिसके चलते करंट प्रवाह हुआ और जवान हाथी की दर्दनाक मौत हो गयी।
हाईटेंशन तार की चपेट में आकर हुए टस्कर हाथी की मौत मामले में जहां वन विभाग की एसडीओ शशि देव ने विद्युत विभाग की हाईटेंशन लाइन को झूलता हुआ पाए जाने का आरोप लगाते हुए मामले में जांच कर विद्युत विभाग के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है, उन्होंने बताया कि मृत हाथी के दांत तथा अन्य अंग पूरी तरह सुरक्षित पाए गए हैं, वहीं विद्युत विभाग के एसडीओ संजय प्रसाद का कहना है कि हाईटेंशन लाइन के तार बिल्कुल मानकों के अनुसार हैं, जबकि सबसे नीचे वाले तार में हाथी ने सूड मारा जिसके चलते उक्त तार के साथ-साथ विद्युत पोल भी झुक गया, जिससे हुए करंट प्रवाह के चलते हाथी की मौत हुई है।
कभी रेलगाड़ी और कभी विद्युत करंट प्रवाह से हाथियों की मौत होने के चलते क्षेत्र में लगातार हाथियों की संख्या पर सवाल खड़े हो रहे हैं, वन महकमा एवं वन्य जीव प्रेमी उक्त मामलों में गंभीर चिंतन करते हुए वन विभाग पर हाथियों को जंगल में ही रोकने का दबाव बनाने में जुटे हुए हैं, इधर हाथियों के लगातार जंगल से खाने की तलाश में गांव की ओर रुख करने के चलते इस तरह की घटनाएं घटित हो रही हैं, जिसे लेकर वन विभाग को अभिलंब जमीनी प्रयास करने होंगे, ताकि जंगली जानवरों को पर्याप्त भोजन मुहैया कराकर जंगल में ही रोका जा सके।
फाइल फोटो- टस्कर हाथी