हल्द्वानी। टांडा जंगल में पिथौरागढ़ निवासी भूपेंद्र चुफाल का शव मिलने की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। पुलिस की जांच में पता चला है कि भूपेंद्र ने हल्द्वानी के एक होम स्टे में आत्महत्या की थी। बदनामी के डर से होम स्टे मालिक ने शव को जंगल में फेंक दिया था। पुलिस ने होटल मालिक को हिरासत में लिया है।
बीते सोमवार को हल्द्वानी रोड पर संजय वन के पास जंगल में एक युवक का शव पड़ा मिला था। मृतक के गले में रस्सी के निशान पाए गए थे। फोरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर साक्ष्य संकलित किए थे। पुलिस ने शव के फोटो डीसीआरबी के माध्यम से थानों में भिजवाने के साथ ही सोशल मीडिया पर भी मृतक की तस्वीर साझा की थी।
मंगलवार को सोशल मीडिया पर फोटो को देखकर बरेली निवासी हेमा रौतेला ने मोर्चरी पहुंचकर शव की शिनाख्त अपने भाई थल (पिथौरागढ़) थाने के ग्राम मूर्ति नापड़ निवासी भूपेंद्र सिंह चुफाल (29) के रूप में की थी। हेमा ने बताया था कि भाई ने छह जुलाई को हल्द्वानी पहुंचने की जानकारी उसे दी थी।
एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह मामला हत्या का लग रहा था। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की थी। सीसीटीवी, मैनुअल और सर्विलांस की मदद से सामने आए तथ्यों का विश्लेषण किया गया। इसमें सामने आया कि मृतक भूपेंद्र सिंह छह जुलाई की सुबह पांच बजे हल्द्वानी पहुंचा था। उसने हल्द्वानी के पंजाबी कॉलोनी में स्थित अमन होम स्टे में कमरा लिया था।
हल्द्वानी होम स्टे के कमरे में उसने फांसी लगाकर आत्महत्या की थी। होम स्टे के मालिक अमनदीप सिंह निवासी कालाढूंगी रोड, पंजाबी कॉलोनी (हल्द्वानी) ने रजिस्टर में भूपेंद्र की एंट्री नहीं की थी। उसने बदनामी के डर से शव को रात में कार से टांडा जंगल में लाकर फेंक दिया था। होटल मालिक ने घटना को छिपाने के साथ ही साक्ष्य मिटाने की कोशिश की है। उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
होम स्टे में आकर फांसी लगाने की वजह तलाश रही पुलिस
दिल्ली से घर के लिए निकले भूपेंद्र ने रास्ते में बहन से मोबाइल पर बात की थी और हल्द्वानी पहुंचने की बात कही थी। इस सामान्य बातचीत के बीच हल्द्वानी में आखिर ऐसा क्या हुआ कि भूपेंद्र को आत्महत्या जैसा कदम उठाना पड़ा। अब मृतक के मोबाइल की सीडीआर ही इस राज को खोलने में मदद कर सकती है। पुलिस सीडीआर खंगालने में जुटी है। एसएसपी ने बताया कि मृतक की डेढ़ साल पहले शादी हुई थी। इस मामले से जुड़े अन्य पहलुओं की भी गहनता से जांच की जा रही है ताकि घटना के हर बिंदु को स्पष्ट किया जा सके। आत्महत्या के कारणों का पता लगाया जा रहा है।
अमनदीप ने मोबाइल से बनाया था वीडियो
पुलिस की जांच में सामने आया कि रविवार की सुबह हल्द्वानी पहुंचने के बाद एक ऑटो चालक ने भूपेंद्र को अमनदीप सिंह के होम स्टेट पर पहुंचाया था। कमरे में जाने के बाद वह बाहर नहीं निकला था। एसएसपी ने बताया कि होम स्टे में चार ही कमरे में हैं। रविवार की शाम को चार और ग्राहक होम स्टे पर कमरा लेने आए थे। इसी बीच अमनदीप ने भूपेंद्र के कमरे का दरवाजा खटखटाया लेकिन उसने दरवाजा नहीं खोला। एसएसपी ने बताया कि अमनदीप ने शीशे से कमरे में झांका तो वह फंदे पर लटका हुआ था। इस पर उसने मोबाइल पर वीडियो बनाते हुए दरवाजे की कुंडी खोलकर शव को फंदे से उतार दिया। उसने चादर में शव को लपेटा और पुलिस से बचने के लिए कार में शव रखकर टांडा जंगल में फेंक दिया था। कार में शव रखते हुए वह सीसीटीवी में कैद हुआ है। उसके मोबाइल में भी फंदे पर मृतक के लटके होने और अन्य वीडियो मिले हैं।
उल्लेखनीय हैं कि टांडा जंगल में संजय वन के पास बरामद शव की शिनाख्त पिथौरागढ़ के थल थाने के ग्राम मूर्ति नापड़ निवासी भूपेंद्र सिंह चुफाल (29) के रूप में हुई है। मृतक की बहन हेमा रौतेला ने सोशल मीडिरा पर अपलोड की गई फोटो को देखकर भाई को पहचाना। मृतक की एक साल पहले ही शादी हुई थी। वह एक महीने पहले रिटायर्ड कर्नल के घर पर काम करने गया था। युवक दिल्ली से घर जाने के लिए निकला था। वह टांडा जंगल कैसे पहुंचा, पुलिस इस सवाल का जवाब तलाश रही है।
