भारतीय हॉकी टीम ने एशियन चैंपियंस ट्रॉफी 2021 के एक मुकाबले में चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को 3-1 से हरा दिया। ओलिंपिक ब्रॉन्ज मेडल विनर ने तीसरे क्वॉर्टर तक जबरदस्त खेल का प्रदर्शन किया। उसने दो गोल दागे, जबकि तीसरे क्वॉर्टर के आखिरी पलों में पाकिस्तान ने पहला गोल लगाने में कामयाबी हासिल की। मैच का चौथा क्वॉर्टर बेहद अहम था, जहां मनप्रीत सिंह की कप्तानी वाली टीम ने एक बार फिर वापसी करते हुए 3-1 स्कोर के साथ मैच का अंत किया। हरमनप्रीत सिंह ने भारत के लिए दो गोल दागे, जबकि आकाशदीप ने एक गोल लगाया।
पिछली बार इन दोनों टीमों के बीच मुकाबला एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी के लीग चरण में हुआ था जहां भारत ने 3-1 से जीत हासिल की थी। जबकि 2018 में हुए पिछले एडिशन में संयुक्त विजेता घोषित किया गया था। मस्कट में मैच बारिश की वजह से धुल गया था।
हरमनप्रीत ने लगाया पहला गोल
बुधवार को बांग्लादेश को 9-0 से हराने के बाद भारत बढ़े हुए हौसले के साथ उतरा था। उसने पाकिस्तान के खिलाफ जबरदस्त शुरुआत की। उसके लिए पहला गोल मनप्रीत सिंह ने दागा। उन्होंने यह गोल पेनाल्टी कॉर्नर पर लगाया। भारत को इस बीच हालांकि कई मौके मिले लेकिन वह उन्हें गोल में नहीं बदल पाया। पहला क्वॉर्टर इसी स्कोर पर खत्म हुआ। पहले गोल के बाद टीम इंडिया का जश्न देखने लायक था।
हाफ टाइम तक भारत 1-0 से आगे
पाकिस्तान ने इस बीच गोल करने के कई प्रयास किए लेकिन भारत ने मैच पर अपनी पकड़ ढीली नहीं होने दी। भारत ने गेंद को अपने कब्जे में रखा और पाकिस्तान पर दबाव बनाए रखा। पाकिस्तान की ओर से अफराज ने कोशिश की लेकिन भारतीय रक्षापंक्ति की सतर्कता ने इस युवा खिलाड़ी को गोल नहीं करने दिया। हाफ टाइम तक स्कोर 1-0 ही रहा।
तीसरे क्वॉर्टर में भारत
तीसरे क्वॉर्टर में भारत के लिए दूसरा गोल आकाशदीप सिंह ने लगाया। उन्होंने 42वें मिनट में गेंद जाल में उलझाते हुए भारत की बढ़त दोगुनी कर दी। हालांकि, जूनैद मंजूर ने कुछ ही देर में जवाबी हमला करते हुए टीम के लिए पहला गोल दागा। इस तरह तीसरे क्वॉर्टर के खत्म होने तक स्कोर 2-1 हो गया।
54वें मिनट में भारत को एक और पेनाल्टी कॉर्नर मिला और हरमनप्रीत सिंह ने इसका पूरा फायदा उठाया। उन्होंने जबरदस्त हिट लगाते हुए गेंद को पोस्ट में उलझा दिया। इसके साथ ही भारतीय टीम की बढ़त 3-1 हो गई। इसके बाद पाकिस्तान ने पलटवार की पूरी कोशिश की, लेकिन मजबूत भारतीय डिफेंस को भेदने में नाकाम रही।