उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी द्वारा नामांकन प्रक्रिया शुरू हो जाने के बावजूद टिकट वितरण नहीं किया है जबकि भारतीय जनता पार्टी ने 59 प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है उम्मीद है कांग्रेस पार्टी शनिवार की देर रात तक 55 या 60 प्रत्याशियों की सूची जारी कर देगी। कुछ सीटों में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के बीच सहमति नहीं बनने के चलते अभी सोमवार तक उक्त सीटों में संशय बना रह सकता है। इधर 56 लालकुआं विधानसभा सीट से कई दावेदारों ने कमर कस रखी है, जिसमें पूर्व कैबिनेट मंत्री हरीश चंद्र दुर्गापाल, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता हरेंद्र बोरा, पूर्व ब्लाक प्रमुख संध्या डालाकोटी, कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ता बीना जोशी, राजेंद्र सिंह खनवाल सहित अन्य कई दावेदार टिकट को लेकर हाथ-पांव मार रहे हैं। जबकि कई दिल्ली में डेरा जमाए बैठे हैं, जब तक टिकट फाइनल नहीं होते तब तक सभी दावेदारों में टेंशन बनी हुई है। हालात यह है कि उक्त दावेदारों के समर्थक अपने अपने नेताओं का टिकट पक्का बता रहे हैं। पता चला है कि पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं टिकट के प्रमुख दावेदार हरीश चंद्र दुर्गापाल को सलाह मशवरा के लिए दिल्ली बुलाया गया है। जिसके बाद ही लालकुआं टिकट पर तस्वीर साफ होगी। विदित रहे कि इस बार पार्टी हाईकमान प्रत्येक सीट पर फूंक-फूंक कर कदम रख रहा है। ताकि हर हाल में कांग्रेस दावेदार की सीट सुनिश्चित हो सके। पार्टी द्वारा पूर्व में किए गए सर्वे को भी आधार माना जा रहा है। साथ ही ऊंची पकड़ रखने वाले दावेदार भी पूरी तरह अपना जोर आजमाएं हुए हैं। कई सीटों में बड़े-बड़े नेताओं द्वारा पेच फंसा देने के चलते टिकट वितरण में विलंब होता जा रहा है। लालकुआं सीट में भी पहली लिस्ट में नाम आने की स्थिति कम ही लग रही है। क्षेत्र के जानकारों का कहना है कि यदि कांग्रेस पार्टी द्वारा सर्वे के आधार पर टिकट वितरण नहीं किया तो इस बार लालकुआं सीट पुनः भाजपा की झोली में जा सकती है। जबकि वर्तमान में सत्ता के खिलाफ जबरदस्त एंटी इनकंबेंसी बनी हुई है।
कांग्रेस में लालकुआं टिकट को लेकर माथापच्ची जारी, पूर्व कैबिनेट मंत्री दुर्गापाल समेत कईयों को बुलाया दिल्ली
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