उत्तराखण्ड

रेलवे लाइन के इलेक्ट्रिफिकेशन कार्य के दौरान गूलरभोज लाइन में बेतहाशा हरे पेड़ों के काटने की घटना के बाद सख्त हुआ वन महकमा…… यह कार्रवाई करने के साथ-साथ मुकदमा भी किया दर्ज…..

लालकुआं। टांडा के जंगल में काशीपुर रेलवे लाइन के किनारे रेलवे की इलेक्ट्रिक लाइन के लिए पेड़ की छटाई के सामान को लेकर पिकअप द्वारा जा रहे रेल कर्मियों के वाहन को वन दरोगा ने आरक्षित वन क्षेत्र में पकड़कर जप्त कर लिया। इस दौरान रेलकर्मी मौका पाकर फरार हो गये। उक्त वाहन सीज कर दिया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार तराई केंद्रीय वन प्रभाग के टांडा रेंज के अंतर्गत काशीपुर को जा रही रेलवे लाइन के किनारे इलेक्ट्रिक लाइन बिछाने के दौरान रेल विभाग द्वारा सैकड़ों हरे वृक्षों को काटकर उक्त लाइन तैयार कराई गई है बिना अनुमति के किए गए उक्त कार्य को लेकर नाराज प्रभागीय वन अधिकारी वैभव कुमार सिंह ने तत्काल निर्णय लेते हुए टांडा रेंज के वन क्षेत्राधिकारी डिप्टी रेंजर सहित कई वन दरोगाओं को वहां से हटाते हुए 1 सुरक्षा दल का गठन कर उन्हें वहां समायोजित कर दिया है इधर आज ट्रेन विभाग का एक पिक अप वाहन संख्या:- यूपी 87टी-0930 आरक्षित वन क्षेत्र से होता हुआ प्लॉट नंबर 59 में रेलवे लाइन के किनारे पहुंचा और उसमें से 6 रेलकर्मी जैसे ही उतर कर इलेक्ट्रिक लाइन के पास स्थित पेड़ों में चढ़ने लगे तो मौके पर पहुंचे वन दरोगा योगेश चोपड़ा के नेतृत्व में वन कर्मियों ने उक्त रेल कर्मियों को पकड़ने का प्रयास किया, जिन्होंने जंगल में दौड़ लगा दी। जिसके बाद वन कर्मियों ने उक्त पिकअप वाहन को जप्त कर मामले में मुकदमा पंजीकृत कर दिया है।
विदित रहे कि रेलवे द्वारा किए गए पेड़ कटान के बाद क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है, क्षेत्रवासियों का कहना है कि प्रभागीय वनाधिकारी द्वारा जो कार्रवाई की गई है उसमें भी पक्षपात किया गया है, जिस बीट में अधिक पेड़ कटे हैं उस बीट अधिकारी को नहीं हटाया, जबकि जहां न्यूनतम नुकसान हुआ है उस बीट के प्रभारी को हटाया गया है।
फोटो परिचय- वन विभाग द्वारा जप्त किया गया पिकअप

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