उत्तराखंड के पौड़ी जिले में मंगलवार देर सायं बारातियों से भरी बस गहरी खाई में गिर जाने से 28 लोगों के मरने की अपुष्ट खबरें मिल रही हैं। धुमाकोट क्षेत्रान्तर्गत सिमड़ी गांव के पास यह बस हादसाग्रस्त हुई है। बस के अनियंत्रित होने का कारण उसका पट्टा टूटना बताया जा रहा है। शवों को लगभग 200 मीटर गहरी खाई से निकालने का काम जारी है। एसडीआरएफ को मौके पर भेजा गया है। यह बस हरिद्वार के लालढांग से बारात लेकर बीरोंखाल के कांडा गांव के लिए रवाना हुई थी।
हादसे के वक्त बारातियों से भरी बस, लालढांग हरिद्वार से काड़ागांव, पौड़ी जा रही थी। बताया जा रहा है कि हादसे के वक्त बस में लगभग 45 लोग सवार थे।। मंगलवार दोपहर को यह बस लालढांग से रवाना हुई थी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस बड़े हादसे की सूचना पाते ही कंट्रोल रूप मं डेरा डाल दिया। पुलिस, चिकित्सकों की टीमें तुरंत मौके के लिए रवाना की गई। सीएम ने पांच अक्टूबर के अपने सभी कार्यक्रमों को रद्द कर दिया है।
हादसे की जानकारी मिलते ही लैंसडौन के विधायक दिलीप रावत ने इसकी सूचना जिला पुलिस और प्रशासन को दी है। आसपास के थानों से पुलिस टीमों को रवाना कर दिया गया है। विधायक ने बताया कि हरिद्वार जिले के लालढांग क्षेत्र से एक बरात की बस बीरोंखाल के कांडा मल्ला गांव जा रही थी। गांव के पास ही बस खाई में गिर गई। घायलों को स्थानीय ग्रामीण खाई से निकालकर सड़क तक ले आए जिन्हें बीरोंखाल सामुदायिक अस्पताल भेजा गया है।
क्षेत्रीय विधायक महंत दिलीप रावत ने हादसे पर गहरा दुख जताते हुए कहा कि दुर्घटना की जानकारी मिलते ही डीएम, एसएसपी को तत्काल एक्शन लेने को कहा। पुलिस-प्रशासन की ओर से राहत व बचाव कार्य किया जा रहा है, लेकिन अंधेरा होने की वजह से रेस्क्यू टीम को परेशानी हो रही है। पौड़ी जिलाधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदंडे और एसएसपी यशवंत सिंह चौहान भी मौके के लिए रवाना हो गए हैं। विधायक रावत ने बताया कि वह स्वयं पूरे मामले में नजर बनाए हुए हैं।
धुमाकोट थानाध्यक्ष दीपक तिवारी ने बताया कि बस की लाइट अचानक बंद होने पर घटनास्थल के पास के गांवों के लोगों ने ग्रामीणों को फोन से घटना की सूचना दी। सूचना मिलते ही लोग घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। कोटद्वार के सीओ जीएल कोहली के नेतृत्व में कोटद्वार से भी पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंचकर रेस्क्यू अभियान में शिरकत की।
हरिद्वार के लालढांग से पौड़ी जिले के कांडा गांव जा रही बरात की बस के बीरोंखाल सिमड़ी बैंड के पास दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर से गांव में कोहराम मच गया। बरात में गए लोगों के परिवार अनहोनी की आंशका से खौफजदा हैं।
परिवारजन बरात में गए लोगों से फोन पर संपर्क कर रहे हैं, लेकिन हादसे में हताहत हुए लोगों की सही जानकारी नहीं मिल पा रही है। गांव में दूल्हे के घर पर लोगों की भीड़ जमा है। हर कोई परेशान है और बरातियों की सकुशल होने की कामना कर रहा है।
ग्राम प्रधान दिनेश कर्णवाल के मुताबिक, लालढांग स्थित शिव मंदिर के निकट रहने वाले संदीप पुत्र स्व नंद राम की बरात मंगलवार दोपहर एक बजे पौड़ी जिले के कांडा गांव के लिए घर से निकली थी। 45 बराती एक बस में सवार थे, जबकि दूल्हा संदीप कार से गया था।
देर शाम बरात के दुल्हन के घर पहुंचने से 200 मीटर पहले बस के बीरोंखाल के सीमड़ी बैंड के पास अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिरने की सूचना से गांव में कोहराम मच गया। हादसे में हताहत लोगों की सही जानकारी ग्रामीणों को नहीं मिल पा रही है।
बरात की बस के हादसे की खबर सुनकर हरिद्वार ग्रामीण विधायक अनुपमा रावत भी गांव पहुंची। विधायक ने पौड़ी पुलिस प्रशासन से घटना की जानकारी ली। रेस्क्यू ऑपरेशन के कारण कोई सही जानकारी नहीं दे पा रहा है। विधायक देर रात तक गांव में रहीं।