लालकुआं। नौवीं एशियाई जु – जित्सु चैम्पियनशिप में भारत के लिए पहली बार स्वर्ण पदक जीतने वाली हल्द्वानी निवासी नव्या पाण्डे को आज यहाँ सेंचुरी मिल के सीईओ द्वारा सम्मानित किया गया ।
सेंचुरी मिल परिसर में आयोजित सम्मान समारोह को सम्बोधित करते हुए मिल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अजय कुमार गुप्ता ने सर्व प्रथम नव्या पाण्डे को बधाई दी और नव्या की इस उपलब्धि को क्षेत्र के साथ ही समूचे उत्तराखण्ड व देश के लिए अत्यधिक गौरवपूर्ण बताया । उन्होंने कहा कि एशियन जु- जित्सु चैम्पियनशिप में भारत के खाते में पहली बार गोल्ड मैडल आया है, जो कि नव्या पाण्डे की महान खेल प्रतिभा व मेहनत की बदौलत सम्भव हो पाया है ।
श्री गुप्ता ने कहा कि देश को गौरव दिलाने में मातृ शक्तियों की भागीदारी बहुत महत्वपूर्ण है अपनी शक्ति उत्साह और लगन के सहारे नव्या ने जो मुकाम हासिल किया है उससे समस्त देश गौरवान्वित हुआ है उन्होंने कहा परिश्रम एक ऐसी शक्ति है जो हमें हमारे लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करती है। परिश्रम ही हमें सफलता की ओर ले जाती है और हमें अपने सपनों को पूरा करने में सक्षम बनाती है। श्री गुप्ता ने आगे की तैयारियों के लिए नव्या पाण्डे को हर संभव मदद का आवश्वासन देते हुए कहा कि वे सिर्फ अपने लक्ष्य पर ध्यान केन्द्रित करें और परिश्रम के साथ आगें बढ़े परिश्रम से ही आत्मविश्वास बढ़ता है। परिश्रम सफलता की भावना को बढ़ावा देता है और हमें अपने सपनों को पूरा करने में सक्षम बनाता है।
इस अवसर पर मिल के वाइस प्रेसिडेंट ( उपाध्यक्ष)नरेश चन्द्रा ने भी नव्या पाण्डे को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि देश को गौरव दिलाने में नव्या पाण्डे ने अपनी प्रतिभा के बल पर जो मुकाम हासिल किया वह एक आदर्श है
सम्मान समारोह के दौरान नव्या पाण्डे ने बताया कि देश के लिए स्वर्ण पदक प्राप्त करने की सफलता के पिछे सेंचुरी मिल का सहयोग सदैव उनके लिए यादगार रहेगा वे मिल प्रबंधन की आभारी है सेंचुरी मिल से प्राप्त वित्तिय सहयोग के कारण उनका जॉर्डन की राजधानी अम्मान तक पहुंचना सम्भव हुआ जहां 45 किलोग्राम भार वर्ग में उत्साह पूर्वक प्रदर्शन करते हुए उन्होंनें स्वर्ण पदक अपने नाम किया
उल्लेखनीय है कि जॉर्डन की राजधानी अम्मान में 24 मई 2025 को आयोजित 9 वीं एशियन जु- जित्सू चैम्पियनशिप में हल्द्वानी की बेटी नव्या पाण्डे ने 45 किलो भार वर्ग में ( सिंगल इवेंट ) शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किया । इस ऐतिहासिक जीत से देवभूमि उत्तराखण्ड समेत देशभर में खुशी का वातावरण है। इतना ही नहीं हल्द्वानी जैसे नगर को भी एक नई और अन्तर्राष्ट्रीय पहचान मिली है। इससे पूर्व इस चैम्पियनशिप में भारत सिर्फ सिल्वर मैंडल जीत पाया था
यहाँ बताते चलें कि वर्ष 2024 में भी आबूधाबी में आयोजित 8वें एशियन जु – जित्सू चैम्पियनशिप में नव्या पाण्डे ब्राण्ज मैडल जीत चुकी हैं।
वर्ष 2023 में चाइना के हांगजाउ में आयोजित 19वें एशियन गेम्स में नव्या पाण्डे भारत की तरफ से प्रतिनिधितत्व कर चुकी हैं। वर्ष 2023 में ही थाइलैंड में आयोजित एशियन जु- जित्सू चैम्पियनशिप में भी नव्या पाण्डे ने ब्रान्ज मैडल जीतकर देश का गौरव बढ़ाया था।
इतना ही नहीं आबूधावी में ही वर्ष 2021 में आयोजित 5 वें एशियन जु- जित्सू चैम्पियनशिप में भी नव्या पाण्डे ने 2 ब्रान्ज मैडल जीत कर देश का और उत्तराखण्ड का गौरव बढ़ाया था
इस तरह हल्द्वानी की बेटी नव्या पाण्डे लगातार देश का नाम रोशन करती आ रही हैं। खेल के प्रति समर्पण एवं लगातार मेहनत का ही परिणाम है कि अन्ततः इस वर्ष की चैम्पियनशिप में वह गोल्ड मैडल जीतने में कामयाब रहीं।
कुल मिला कर मार्शल आर्ट की तरह का एक खेल जु- जित्सू में नव्या पाण्डे बिगत दस वर्षों से लगातार देश का मान बढ़ाती आ रही हैं। संसाधनों के अभाव के बावजूद हल्द्वानी की बेटी नव्या का इतना उत्कृष्ट प्रदर्शन न केवल उत्तराखण्ड की बेटियो के लिए अपितु देशभर की बेटियों के लिए एक महान प्रेरणा है ।
