लालकुआं। तत्कालीन जिलाधिकारी द्वारा पूरे जनपद के अतिक्रमण क्षेत्र की सूची में बिंदुखत्ता को शामिल करते हुए शासन को उक्त सूची भेजने के बाद बिंदुखत्ता क्षेत्र के ग्रामीणों में असंतोष व्याप्त है, जिसके बाद उक्त सूची से बिंदुखत्ता का नाम हटाने और बिंदुखत्ता को राजस्व गांव का दर्जा दिए जाने की मांग जोर पकड़ने लगी है, इसी क्रम में बिंदुखत्ता में जगह-जगह सभाओं का क्रम जारी है, इसी सिलसिले में शुक्रवार को बिंदुखत्ता के चित्रकूट, तिवारी नगर, पूर्वी घोड़ानाला में क्षेत्रवासियों की बैठक कर 7 जून को होने वाले बिंदुखत्ता से लेकर लालकुआं तक जबरदस्त जुलूस प्रदर्शन के आंदोलन की रणनीति बनाई, तथा आंदोलन को सफल बनाने के लिए रणनीतिकारों ने विचार व्यक्त किए, उल्लेखनीय है कि बिंदुखत्ता को राजस्व गांव बनाए जाने एवं जिलाधिकारी द्वारा बनाई गई उक्त सूची से बिंदुखत्ता का नाम हटाने के लिए सर्वदलीय समिति का गठन किया गया है, समिति के सदस्यों द्वारा गांव गांव में व्यापक संपर्क अभियान कर आंदोलन को सफल बनाए जाने का बीड़ा उठाया गया है। तथा जगह-जगह क्षेत्रवासियों का समर्थन जुटाया जा रहा है, साथ ही 7 जून को एक बड़े आंदोलन की रणनीति तय की जा रही है। आज समिति की बैठक में अनेकों क्षेत्रवासियों ने हिस्सा लिया। जिसमें बिंदुखत्ता संघर्ष समिति के संयोजक कैप्टन इंद्र सिंह पनेरी, पूर्व सैनिक संगठन के अध्यक्ष खिलाफ सिंह दानू, पुष्कर सिंह दानू, हर्ष बिष्ट, कुंदन सिंह मेहता, हरीश बिसौती, मंगल सिंह मेहता, भुवन जोशी, कमल दानू, प्रमोद कॉलोनी, देवी दत्त पांडे, कविराज धामी, मनोज पांडे, गिरधर बम, प्रभात पाल, प्रकाश मिश्रा, गोपाल सिंह नेगी, रमेश कुमार, बसंत जोशी, शेखर पांडे, रमेश बसवाल, विमला जोशी, राधा दानू, विमला रौथाड़ समेत अनेकों ग्रामीण मौजूद रहे। बिंदुखत्ता के कुल 40 गांव में अलग-अलग बैठके कर ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है।
फोटो परिचय- बिंदुखत्ता को राजस्व गांव का दर्जा देने एवं अतिक्रमण सूची से यहां का नाम हटाने की मांग को लेकर बैठक करते ग्रामीण