लालकुआं। नगर पंचायत चुनाव संपन्न होने के बाद अब क्षेत्रवासी हार जीत को लेकर गुणा भाग लगाने में जुट गए हैं, भारतीय जनता पार्टी से बगावत कर निर्दलीय चुनाव मैदान में कूदे सुरेंद्र सिंह लोटनी ने जहां जबरदस्त जीत हासिल करते हुए भाजपा प्रत्याशी को तीसरे नंबर पर धकेल दिया, वही कांग्रेस से बगावत कर निर्दलीय ताल ठोकने वाले माजिद अली कांग्रेस की हार का प्रमुख कारण बने, यदि माजिद अली चुनाव नहीं लड़ते तो जीत अस्मिता मिश्रा की भी हो सकती थी, क्योंकि वह मात्र 200 मतों से पराजित हुई, तथा माजिद अली को भी 230 मत प्राप्त हुए हैं। नगर में चर्चा है कि लंबे समय से फिरोज खान और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रामबाबू मिश्रा के बीच संबंध तल्ख चल रहे थे, लंबे समय से फिरोज खान और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता रामबाबू मिश्रा एक दूसरे पर कटाक्ष कर रहे थे, क्षेत्र के गणमान्य लोगों ने उनके बीच समझौता कराने का प्रयास भी किया, परन्तु दोनों पक्षों की ओर से इस पर अमल नहीं किया गया, तथा एक दूसरे के खिलाफ दोनों पक्ष आग उगलते रहे, जिसका परिणाम यह हुआ कि जैसे ही कांग्रेस से रामबाबू मिश्रा की पुत्रवधू अस्मिता मिश्रा को टिकट मिला तो फिरोज खान के मामा माजिद अली ने बगावत कर बतौर निर्दलीय प्रत्याशी दावेदारी कर दी और अंततः कांग्रेस प्रत्याशी को महज 200 मतों से हार का मुंह देखना पड़ा। उक्त चुनाव परिणाम आने के बाद फिरोज खान द्वारा फेसबुक पर डाली गई पोस्ट नगर में चर्चा का विषय बनी हुई है।
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