खनन का कारोबार हो और अवैध वसूली की बात ना हो तो मामला हजम नहीं होता है, इधर शारदा नदी में अवैध वसूली किए जाने से संबंधित वीडियो वारयल होने के बाद एसपी ने सख्त रुख अपना लिया है। मामले में गोपनीय जांच के लिए टीम का गठन किया गया है। कुछ दिन पूर्व शारदा नदी के डाउन स्टीम खनन कांटे के पास का एक वीडियो इंटरनेट मीडिया में वायरल हो रहा है। जिसमें खनन से जुड़े कुछ लोग पुलिस और एआरटीओ को महीना देने को लेकर बातें करते सुनाई दे रहे हैं। हालांकि पुलिस को महीना दिए जाने की बात को कारोबारी टाल भी रहे हैं।
वीडियो में एआरटीओ को डेढ़ लाख महीना देने की बात कही जा रही है। एक दूसरे वीडियो में बगैर रसीद के यूनियन द्वारा 40 रुपये प्रति वाहन वूसली की भी बातें की की जा रही हैं। कहा जा रहा है कि डाउन स्ट्रीम से 550 वाहनों से खनन की निकासी के कार्य में लगे हैं। जिससे यूनियन सुविधा शुल्क के नाम पर पर 40 रुपये लेती है, लेकिन कारोबारियों को रसीद नहीं मिलती। जिसके कारण इस पैसे का हिसाब किताब नहीं रहता।
इधर शारदा नदी के डाउन स्ट्रीम से हर रोज औसतन पांच सौ वाहनों खनन निकासी का कार्य करते हैं। वायरल वीडियो में कही जा रही बातें सच हैं तो फिर हर वाहन चालक से 40 रुपये वसूली किए जाने पर हर रोज 20 हजार जबकि महीने में छह लाख की वसूली हो रही है। यह मामला बेहद गंभीर है। वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया है। एसपी देवेंद्र पींचा ने इस मामले को गंभीरता लेते हुए जांच टीम गठित कर दी है। एसपी ने बताया कि जांच के बाद दोषी पाए जाने वाले व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।