उत्तराखण्ड

बिंदुखत्ता से काटकर उत्तर प्रदेश की प्लाई फैक्ट्री में पहुंचाई गई लाखों रुपए की बेशकीमती इमारती लकड़ी तराई पूर्वी वन प्रभाग के दोनों रेंजों की टीम ने जप्त की…. लकड़ी तस्करों के खिलाफ उठाया बड़ा कदम…. पढ़ें विस्तृत खबर

लालकुआं। तराई पूर्वी वन प्रभाग के एसडीओ अनिल जोशी द्वारा गठित की गई गौला एवं डॉली रेंज की संयुक्त टीम ने उत्तर प्रदेश में जाकर बिंदुखत्ता क्षेत्र से चुराई गई बेशकीमती इमारती लकड़ी बरामद करने में सफलता हासिल की है। इसी क्रम में उक्त रेंजों से काट कर ले जाई गई बेशकीमती इमारती लकड़ी के खिलाफ दोनों रेंजों द्वारा अभियान चलाया गया, जिसमें संयुक्त रूप से टीम ने आरक्षित वन क्षेत्र से अपराधियों द्वारा चोरी से काटी गई इमारती लकड़ी को बिलासपुर, उत्तर प्रदेश से बरामद करने में सफलता हासिल की है, उक्त लकड़ी बिलासपुर स्थित, एशियन डोर इंडस्ट्रीज प्लाईवुड फैक्ट्री से बरामद की गई। वन विभाग की टीम ने मौक़े से सेमल आम सहित अन्य कई प्रकाष्ठ की चुराई गई लकड़ी को अपने कब्जे में लेकर उसे हल्द्वानी मे लाकर जब्त कर लिया है ।
प्रभागीय वनाधिकारी संदीप कुमार ने बताया कि लकड़ी चोरी में शामिल व्यक्तियों के सम्बंध में कुछ अहम सुराग भी मिले हैं, जिनको चिह्नित कर कार्यवाही प्रारंभ कर दी गई है उन्होंने कहा कि लकड़ी चोरी या अन्य वन अपराध में लिप्त लोगों के विरुद्ध भविष्य में भी सख्त कार्रवाई की जाएगी, तथा अपराध में शामिल अपराधियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
गौरतलब है कि आरक्षित वन क्षेत्र अंतर्गत पश्चिमी बीट वन क्षेत्र से बीते दिनों अवैध रूप से लकड़ी का कटान कर उसे उत्तर प्रदेश भेज दिया था, जिसमें वन विभाग की एसओजी टीम ने एक ट्रक में लकड़ी बरामद भी की थी जबकि दूसरे ट्रक को रविवार के दिन वन विभाग की टीम ने बिलासपुर से उप प्रभागीय वनाधिकारी गौला, अनिल जोशी के नेतृत्व में गठित स्पेशल टीम ने जब्त किया। पकड़ी गई लकड़ी की कीमत करीब 3 लाख रूपए से अधिक बताई जाती है।
टीम में वन क्षेत्राधिकारी गौला, चंदन सिंह अधिकारी, वन क्षेत्राधिकारी डौली, नवीन पवार, उप वन क्षेत्राधिकारी प्रमोद सिंह बिष्ट सहित गौला रेंज व डौली रेंज के कर्मचारी शामिल रहे।

To Top