सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी हल्द्वानी द्वारा गरुड़ा ऐप के माध्यम से वोटर आईडी कार्ड को आधार कार्ड से लिंक करने को लेकर लगातार क्षेत्र के बीएलओ और सुपरवाइजरो को निर्देशित किया जा रहा है, परंतु उनके द्वारा उक्त कार्य नहीं करने के चलते अब अंतिम चेतावनी पत्र जारी किया गया है, जिसमें तत्काल कार्य शुरू नहीं करने पर कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी गई है, इधर प्रशासन के सख्त रवैया को देखते हुए शिक्षक संगठनों में भी गहरा असंतोष उभरने लगा है, उनका कहना है कि शासनादेश होने तथा शिक्षा मंत्री के सख्त निर्देशों के बाद भी प्रशासन द्वारा शिक्षकों को बीएलओ ड्यूटी में लगाया जा रहा है, जिसके खिलाफ शिक्षक संगठनों में गहरा असंतोष उभर रहा है, आगे पढ़ें क्या कह रहे हैं शिक्षक संगठन के नेता……
शासनादेश एवं शिक्षामंत्री के निर्देश के बावजूद भी बड़ी संख्या में जनपद नैनीताल के तहसीलों द्वारा शिक्षकों को बीएलओ ड्यूटी में लगाया जा रहा है साथ ही शिक्षकों को व्यक्तिगत फोन कर तहसील में बुलाया जा रहा है और कहा जा २हा है अगर आप बीएलओ का कार्य नहीं करेंगे तो आप के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की धमकी भी शिक्षकों को दी जा रही है|
उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संगठन इसकी घोर निंदा करता है तथा पुनः प्रशासन से मांग करता है कि शासनादेश के अनुसार एवं माननीय शिक्षा मंत्री के निर्देशों के क्रम में शिक्षकों को बीएलओ ड्यूटी से मुक्त किया जाए ताकि शिक्षक अपना मूल कार्य शिक्षण कार्य कर सके और किसी भी बच्चे का कोई नुकसान न हो,वैसे भी विगत 2 वर्षों से कोरोना के कारण विद्यालय बंद रहने से बच्चों को शिक्षण का भारी नुकसान हुआ है|
डिकर सिंह पडियार
जिला मंत्री
उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संगठन जनपद नैनीताल
इधर तहसीलदार लालकुआं सचिन कुमार का कहना है कि उनके यहां बीएलओ कोई भी शिक्षक नहीं है, बीएलओ का कार्य लालकुआं तहसील क्षेत्र में आंगनबाड़ी कार्यकत्री ही देखती है। उन्होंने कहा कि केवल सुपरवाइजर का कार्य शिक्षक द्वारा देखा जा रहा है।