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ओमिक्रोन एवं कोरोना के बढ़ते प्रकोप के प्रति नीति आयोग ने किया आगाह, क्या चुनावी रैलियों पर बढ़ेगा प्रतिबंध, पढ़ें क्या कह रहा है स्वास्थ्य मंत्रालय

देश में कोरोना एवं ओमिक्रोन के बढ़ते मामलों के बीच नीति आयोग ने इस वैरिएंट को गंभीर बीमारी करार देते हुए विशेष सतर्कता बरतने को कहा है। नीति आयोग के सदस्य डा. वीके पाल ने कहा कि ओमिक्रोन कोई सामान्य जुकाम नहीं है। इसे हराना हमारी जि‍म्मेदारी है। वैक्सीन इस वैरिएंट से लड़ने में मददगार है। वैक्सीनेशन कोविड-19 की प्रतिक्रिया का महत्वपूर्ण स्तंभ है। इसके साथ ही नीति आयोग के सदस्य डा. वीके पाल ने लोगों से मास्क लगाने की अपील की। उन्‍होंने यह भी कहा कि जिन्होंने भी कोविड रोधी वैक्सीन नहीं ली है वे वैक्सीन लगवाएं।

वहीं यह पूछे जाने पर कि क्‍या स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से चुनावी रैलियों पर प्रतिबंध को बढ़ाने का सुझाव दिया जाएगा। केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय के संयुक्‍त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि चुनाव आयोग ने सभा, रैलियों से संबंधित दिशा-निर्देश जारी किए हैं… आने वाले समय में कोरोना को लेकर जैसी स्थिति बनेगी हम उसके लिहाज से चुनाव आयोग के साथ समन्वय करेंगे… तदनुसार निर्णय लिया जाएगा।

लव अग्रवाल ने बताया कि देश में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या क़रीब 9,55,319 है। यही नहीं देश में रोजाना औसतन 1.5 लाख मामले सामने आ रहे हैं। पिछले साल 30 दिसंबर को जो पाजिटिविटी रेट 1.1 प्रतिशत थी जो बढ़कर 12 जनवरी 2022 को 11.05 प्रतिशत दर्ज की गई है।

अग्रवाल ने कहा कि जहां तक ओमिक्रोन का सवाल है तो 149 देशों में कुल मिलाकर इस वैरिएंट के लगभग 5.52 लाख मामले सामने आए हैं और 115 मौतें हुई हैं। भारत में 28 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में यह वैरिएंट फैल चुका है। देश में इस वैरिएंट के अब तक 4,868 मामले सामने आए हैं और 1,805 ठीक हो चुके हैं।

वहीं नीति आयोग सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने कहा कि दवा के उपयोग के लिए एक तर्कसंगत दृष्टिकोण होना चाहिए। हम दवाओं के अति प्रयोग और दुरुपयोग के बारे में चिंतित हैं। दवाओं का अति प्रयोग न करें, इसके दुष्‍परिणाम होंगे… गर्म पानी पिएं, घरेलू देखभाल में गरारे करें। साथ ही सामाजिक दूरी का पालन करना एवं मास्क पहनना भी अत्यंत आवश्यक है।

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