लालकुआं। सातु आठु पर्व के दूसरे दिन भारी संख्या में मातृशक्ति ने गौरा महेश की मूर्तियों की विधिवत पूजा अर्चना करने के साथ-साथ उनका गुणगान किया। तथा गले में दुबड़ा धारण किया।
साठु आठु लोक पर्व के दूसरे दिन वार्ड नंबर 6 स्थित महिला नेत्री मुन्नी पांडे के आवास में पर्व के दूसरे दिन महिलाओं ने प्रातः से ही पूजा अर्चना के बाद भजन कीर्तन किया, तथा विभिन्न प्रकार के स्वांग रचाये गए। साथ ही पूजन के बाद मातृशक्ति ने अपने गले में विधिवत दुबड़ा धारण किया। इसके बाद गौरा महेश की कथा सुनाई गई, तथा देर शाम मां गौरा की विधिवत विदाई की गई, तथा अंत में गौरा महेश की मूर्तियों का विधिवत विसर्जन की प्रक्रिया शुरू हुई, जिसमें पर्वतीय वाद्य यंत्रों के साथ जुलूस की शक्ल में सैकड़ों की संख्या में महिलाओं ने शिरकत की, और पूरे बाजार में घूमती हुई उक्त शोभायात्रा स्थानीय फलाहारी बाबा मंदिर में पहुंची, जहां विधिवत दोनों मूर्तियों का विसर्जन किया गया।
विदित रहे कि सातू आठू त्यौहार की शुरुआत गत 16 अगस्त को भाद्रपद की पंचमी से शुरू हुई, जिसमें सातु की पूजा अर्चना की गयी, तथा महिलाओं ने अपने हाथ में डोर धारण किया, दुर्गम स्थलों से पवित्र घास लाकर मातृशक्ति द्वारा गौरा महेश की मूर्तियां बनाकर उनकी पूजा अर्चना की गई, तथा पूरे दिन गौरा महेश के लोक गीत गाए गए। इस अवसर पर मुन्नी पांडे, शांति मियांन, नीमा पांडे, बीना जोशी उमा मेर, गीता भट्ट, भावना मेलकानी, पुष्पा भट्ट, खष्टी तिवारी, दीपा पांडे, सरस्वती देवी, जया जोशी, दीप्ति पांडे, कांति कनवाल, पुष्पा राणा, रजनी भंडारी और आनंदी पांडे सहित भारी संख्या में महिलाएं मौजूद थी।
फोटो परिचय- सातु आठु पर्व पर लालकुआं में गौरा महेश की मूर्तियों को विसर्जन के लिए पर्वतीय वाद्य यंत्रों के साथ मुख्य बाजार से ले जाती महिलाएं