पीएम मोदी की यह समीक्षा बैठक ऐसे वक्त हुई है, जब दिल्ली, मुंबई के साथ तमिलनाडु और कर्नाटक जैसे राज्यों में कोरोना के मामले पिछले 15 दिनों में बेहद तेजी से बढ़े हैं. चुनाव आयोग ने पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव का ऐलान भी कर दिया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को देश में कोरोना वायरस से उपजे मौजूदा हालातों की समीक्षा की. पीएम मोदी ने स्वास्थ्य मंत्रालय और अन्य संबंधित एजेंसियों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बारे में जानकारी ली. इससे पहले प्रधानमंत्री ने 24 दिसंबर को भी ऐसी ही बैठक की थी. प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार, पीएम मोदी जल्द ही राज्यों के मुख्यमंत्री के साथ बैठक करेंगे और कोरोना के हालातों की उच्चस्तरीय समीक्षा करेंगे. पीएम मोदी ने कोरोना की स्थिति की उच्चस्तरीय समीक्षा की. यह समीक्षा बैठक ऐसे वक्त हुई है, जब दिल्ली, मुंबई जैसे बड़े महानगरों और तमिलनाडु और कर्नाटक जैसे राज्यों में कोरोना के मामले पिछले 15 दिनों में बेहद तेजी से बढ़े हैं.इस बीच चुनाव आयोग ने पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव का ऐलान भी कर दिया है.
बैठक के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा, ओमिक्रॉन वैरिएंट के साथ कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए तैयारियों का जायजा प्रधानमंत्री ने लिया. पीएम मोदी ने कहा कि सभी जिलों में कोरोना के इलाज की बेहतर सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं. किशोरों के वैक्सीनेशन का अभियान मिशन मोड में चलाया जाए. पीएम ने कहा, वैज्ञानिक शोध, टेस्टिंग, वैक्सीन और औषधीय विकास के बीच यह देखा जा रहा है कि कोरोना वायरस लगातार तेजी से रुख बदल रहा है. गैर कोविड चिकित्सा सेवाएं भी पहले की तरह बिना किसी बाधा के चलती रहें. टेलीमेडिसिन और अन्य सेवाओं के जरिये भी लोगों को दूरदराज से भी चिकित्सा सलाह मुहैया कराई जाए. ग्रामीण इलाकों के लोगों को भी लाभ मिलेगा.
प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले समीक्षा बैठक में कहा था कि कोरोना महामारी का दौर अभी खत्म नहीं हुआ है और सतर्कता और सावधानी ही बचाव का एकमात्र रास्ता है. उन्होंने सभी लोगों से कोविड प्रोटोकॉल के सभी मानकों का पूरी तरह से पालन करने को भी कहा था. तब से अब तक भारत में कोरोना के सक्रिय मरीज 80 हजार से बढ़कर 6 लाख तक पहुंच गए हैं. यह डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों के लिए चिंता का सबब बन सकता है. एम्स, आरएमएल समेत दिल्ली के कई अस्पतालों, संसद भवन के सैकड़ों कर्मचारी और सुप्रीम कोर्ट के चार जज समेत तमाम स्टाफ इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं. दिल्ली में पहले ही वीकेंड कर्फ्यू लागू किया जा चुका है.
दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु समेत बड़े शहरों में सबसे ज्यादा संक्रमण सामने आ रहा है. देश में रविवार को कोरोना वायरस के करीब 1.6 लाख नए मरीज सामने आए हैं, जो पिछले 224 दिन में रोजाना के सबसे ज्यादा मामले हैं. जबकि सक्रिय मरीजों की संख्या 6 लाख के करीब पहुंच गई है, जो करीब 197 दिन में सर्वाधिक है. सरकारी सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री ने वीडियो कांफ्रेस के माध्यम से हुई इस बैठक में कोविड-19 की ताजा स्थिति की समीक्षा की.रविवार को कोविड-19 के नये वैरिएंट ओमिक्रॉन के 552 नए मामले सामने आए हैं. इससे संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढ़कर 3,623 हो गई है.
देश में पिछले 24 घंटे में 327 लोगों की मौत होने के बाद मृतकों की तादाद 4,83,790 हो गई है. ओमिक्रॉन के 3623 मरीजों में से 1409 या तो देश से बाहर चले गए हैं या स्वस्थ हो गए हैं. महाराष्ट्र में ओमिक्रोन के सर्वाधिक 1,009 मामले सामने आए हैं. दिल्ली में 513, कर्नाटक में 441, राजस्थान में 373, केरल में 333 और गुजरात में 204 मामले मिले हैं।