प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 41,000 करोड़ रुपये की 2000 से अधिक रेलवे बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया,
टनकपुर, काशीपुर व कोटद्वार रेलवे स्टेशन का होगा पुनर्विकास,उपलब्ध होगी अत्याधुनिक सुविधाएं..
-पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड
प्रधानमंत्री मोदी एवं रेलमंत्री अश्वनी वैष्णव का मुख्यमंत्री धामी ने व्यक्त किया आभार
देहरादून,26 फरवरी, सोमवार, देहरादून स्थित विधानसभा भवन से टनकपुर, काशीपुर व कोटद्वार रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास शिलान्यास समारोह में वर्चुअल रूप से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रतिभाग किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं रेलमंत्री अश्वनी वैष्णव का आभार प्रकट करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा किये गए 554 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास शिलान्यास के वृहद कार्य ने देश में आज एक और नया कीर्तिमान बनाया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में 40 करोड़ से अधिक की लागत से पुनर्विकास के लिए चयनित इन तीनों रेलवे स्टेशनों के पुर्नविकास से कुमाऊं क्षेत्र में रेल कनेक्टिविटी को मिलने के साथ ही लोगों को स्टेशन पर अत्याधुनिक सुविधाएं भी मिल सकेंगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हम भारतीय रेल के स्वर्णिम युग की ओर बढ़ रहे हैं तथा भारतीय रेलवे को नए भारत की आकांक्षाओं तथा आत्मनिर्भर भारत की अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए तैयार किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज जहां एक ओर ब्रॉड गेज रेल लाइनों से मानव रहित रेल क्रॉसिंग को खत्म कर भारतीय रेलवे को पहले से कहीं अधिक सुरक्षित बनाया गया है तो भारतीय रेलवे की रफ्तार भी पहले से कहीं अधिक बढ़ चुकी है। आत्मनिर्भरता और आधुनिकता के प्रतीक चिन्ह के रूप में वंदे भारत जैसी मेड इन इंडिया ट्रेनें रेल नेटवर्क का हिस्सा बन रही हैं तथा देश के अछूते हिस्सों को रेल नेटवर्क से जोड़ने का काम भी तेजी से चल रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और केंद्र सरकार के सहयोग से उत्तरखंड में बहुत से कार्य हुए हैं।
उत्तराखंड में आज पहाड़ तक ट्रेन पहुंचाने का सपना सच होने जा रहा है। प्रधनमंत्री की दूरदर्शिता और स्पष्ट विजन के कारण ही आज ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेललाइन का 50 फीसदी से अधिक कार्य पूर्ण हो चुका है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज जिस प्रकार से न केवल रेलवे, बल्कि अन्य क्षेत्रों में भी इंफ्रास्ट्रक्चर को सशक्त बनाया जा रहा है, वह अभूतपूर्व है। आज भारतीय रेल, इसका बदलता स्वरूप, विकसित देशों के रेल नेटवर्क को चुनौती देता है। यह देखकर गर्व की अनुभूति होती है जिसका साक्षात् प्रमाण वन्दे भारत ट्रेन है तथा इस ट्रेन की मांग अब दूसरे देश भी करने लगे हैं।
यही नहीं प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड को भी देहरादून से आनंद विहार के मध्य वंदे भारत ट्रेन के संचालन की सौगात दी है। आज रेल आधुनिक हो रही है! सुविधाओं को विश्वस्तरीय बनाया जा रहा है, रेलवे स्टेशन ’’मॉडर्न विजन’’ के साथ विकसित किए जा रहे हैं, लेकिन इस विकास के बीच भी, हमने अपनी संस्कृति और विरासत को कतई नहीं भुलाया है, जिसको ध्यान में रखते हुए जिन स्टेशनों के पुनर्विकास की नींव आज रखी गई है। उन्हें स्थानीय संस्कृति, विरासत और वास्तुकला के आधार पर विकसित किया जाएगाl
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी डबल इंजन की सरकार उत्तराखंड को श्रेष्ठ राज्य बनाने के अपने ’’विकल्प रहित संकल्प’’ के मंत्र को लेकर लगातार आगे बढ़ रहे हैं।
इस अवसर पर संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 19,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से 553 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखी पुनर्विकसित गोमती नगर रेलवे स्टेशन का उद्घाटन किया
लगभग 21,520 करोड़ रुपये की लागत से देश भर में 1500 रोड ओवर ब्रिज और अंडरपास का शिलान्यास और उद्घाटन किया।
“एक ही बार में 2000 परियोजनाएं शुरू होने के साथ, भारत अपने रेलवे बुनियादी ढांचे में बड़े बदलाव का गवाह बनने जा रहा है“
“भारत आज जो कुछ भी करता है, वह तेजी से और बड़े पैमाने पर करता है। हम बड़े सपने देखते हैं और उन्हें साकार करने के लिए अथक परिश्रम करते हैं। यह संकल्प विकसित भारत विकसित रेलवे कार्यक्रम में दिखाई दे रहा है।’’
“विकसित भारत कैसे बनेगा, यह तय करने का अधिकतम अधिकार युवाओं को है“
“अमृत भारत स्टेशन विकास और विरासत दोनों के प्रतीक हैं“
“पिछले 10 वर्षों में विकसित भारत का निर्माण विशेष रूप से रेलवे में दिख रहा है“
“अब रेलवे स्टेशनों पर भी गरीबों और मध्यम वर्ग के लोगों को हवाईअड्डों जैसी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं“
“रेलवे नागरिकों के लिए यात्रा को आसान बनाने का मुख्य आधार बन रहा है“
“बुनियादी ढांचे पर खर्च किया गया प्रत्येक पैसा आय और नए रोजगार के नए अवसर लाता है“
“भारतीय रेलवे सिर्फ यात्री सुविधा ही नहीं, बल्कि भारत की कृषि और औद्योगिक प्रगति का सबसे बड़ा वाहक भी है“
गोरखपुर, 26 फरवरी, 2024: प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 41,000 करोड़ रुपये से अधिक की लगभग 2000 रेलवे बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की आधारशिला रखी और राष्ट्र को समर्पित किया। 500 रेलवे स्टेशनों और 1500 अन्य स्थानों से लाखों लोग विकसित भारत विकसित रेलवे कार्यक्रम से जुड़े।
इस अवसर पर अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि आज का कार्यक्रम नए भारत की नई कार्य संस्कृति का प्रतीक है। उन्हों ने कहा, “भारत आज जो कुछ भी करता है, वह अभूतपूर्व तेजी से और बड़े पैमाने पर करता है। हम बड़े सपने देखते हैं और उन्हें साकार करने के लिए अथक परिश्रम करते हैं। यह संकल्प इस विकसित भारत विकसित रेलवे कार्यक्रम में दिखाई देता है।” उन्होंने उस पैमाने का उल्लेख किया जिसने हाल ही में अभूतपूर्व गति प्राप्त की है। उन्होंने अपने पिछले कुछ दिनों के जम्मू और गुजरात कार्यक्रमों का जिक्र किया जहां से उन्होंने शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र के बुनियादी ढांचे के बड़े पैमाने पर विस्तार की शुरुआत की। इसी तरह, आज भी 12 राज्यों के 300 जिलों में 550 रेलवे स्टेशनों का नवीनीकरण किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में गोमती नगर स्टेशन परियोजना, 1500 से अधिक सड़कों और ओवरब्रिज परियोजनाओं के बारे में बात करते हुए प्रधानमंत्री श्री मोदी ने नए भारत की महत्वाकांक्षा और संकल्प के पैमाने और गति को रेखांकित किया।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कुछ महीने पहले अमृत भारत स्टेशन परियोजना की शुरुआत को याद किया, जब देश में 500 रेलवे स्टेशनों को आधुनिक बनाने का काम शुरू हुआ था। उन्होंने कहा कि आज का कार्यक्रम इस संकल्प को और भी मजबूत करता है और भारत की प्रगति की गति की एक झलक प्रदान करता है। प्रधानमंत्री मोदी ने आज की रेलवे परियोजनाओं के लिए लोगों को बधाई दी।
प्रधानमंत्री मोदी ने आज की विकास परियोजना के लिए भारत की युवा शक्ति को विशेष रूप से बधाई दी, क्योंकि वे ही विकसित भारत के वास्तविक लाभार्थी हैं। उन्होंने कहा कि आज की विकास परियोजनाओं से जहां लाखों युवाओं के लिए रोजगार और स्वरोजगार के अवसर पैदा होंगे, वहीं स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को भी फायदा होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के युवाओं को यह तय करने का अधिकतम अधिकार है कि विकसित भारत कैसे आगे बढ़ेगा। उन्होंने विभिन्न प्रतियोगिताओं के माध्यम से विकसित भारत में रेलवे के सपनों को साकार करने के लिए युवाओं के प्रति आभार व्यक्त किया और विजेताओं को बधाई भी दी। उन्होंने युवाओं को आश्वासन दिया कि उनके सपने और कड़ी मेहनत के साथ-साथ प्रधानमंत्री का संकल्प विकसित भारत की गारंटी है।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने इस बात पर खुशी व्यक्त की कि ये अमृत भारत स्टेशन विकास और विरासत दोनों के प्रतीक होंगे। उन्होंने बताया कि ओडिशा में बालेश्वर रेलवे स्टेशन को भगवान जगन्नाथ मंदिर की थीम पर डिजाइन किया गया है, सिक्किम के रंगपुर में स्थानीय वास्तुकला की छाप होगी, राजस्थान में सांगनेर स्टेशन 16वीं शताब्दी की हैंड-ब्लॉक पिं्रटिंग प्रदर्शित करेगा, तमिलनाडु में कुंभकोणम स्टेशन चोल प्रभाव को प्रदर्शित करेगा, अहमदाबाद स्टेशन मोढेरा सूर्य मंदिर से प्रेरित है, द्वारका स्टेशन द्वारकाधीश मंदिर से प्रेरित है, आईटी सिटी गुरुग्राम स्टेशन आईटी थीम पर आधारित होगा, जिसका अर्थ है कि अमृत भारत स्टेशन उस शहर की विशेषताओं को दुनिया से परिचित कराएगा। उन्हों ने कहा कि ये स्टेशन दिव्यांगों और वरिष्ठ नागरिकों के अनुकूल होंगे।
पिछले 10 वर्षों में विकसित भारत का निर्माण विशेष रूप से रेलवे में दिख रहा है“
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में विकसित भारत का निर्माण विशेष रूप से रेलवे में दिख रहा है। उन्होंने बताया कि जो सुविधाएं कभी दूर की कौड़ी हुआ करती थीं वो पिछले 10 वर्षों में अब वास्तविकता बन गई हैं। उन्होंने वंदे भारत, अमृत भारत, नमो भारत जैसी आधुनिक सेमी हाई-स्पीड ट्रेनों, रेल लाइनों के विद्युतीकरण की तेज गति, और ट्रेनों के अंदर तथा स्टेशन प्लेटफार्मों पर साफ-सफाई का उदाहरण दिया। उन्होंने पहले के हालात से तुलना करते हुए बताया कि कैसे भारतीय रेलवे में मानवरहित फाटक अब आम बात है जबकि रेलवे ओवरब्रिज और अंडरब्रिज ने आज निर्बाध और दुर्घटना-मुक्त आवाजाही सुनिश्चित की है। उन्होंने यह भी बताया कि अब रेलवे स्टेशनों पर भी गरीबों और मध्यम वर्ग को हवाईअड्डों जैसी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज रेलवे नागरिकों के लिए सुगम यात्रा का मुख्य आधार बन रहा है। रेलवे में हो रहे बदलाव पर टिप्पणी करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वैश्विक रैंकिंग में अर्थव्यवस्था के 11वें से 5वें स्थान पर पहुंचते ही, रेलवे बजट में 10 साल पहले के 45 हजार करोड़ की तुलना में आज 2-5 लाख करोड़ की भारी वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा, “ज़रा सोचिए जब हम दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक महाशक्ति बन जाएंगे तो हमारी ताकत कितनी बढ़ जाएगी। इसलिए, मोदी भारत को जल्द से जल्द दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।”
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने खुद को अपने कार्यकाल में घोटाला नहीं होने के कारण पैसे की बचत का भी श्रेय दिया और कहा कि बचाए गए पैसे का उपयोग नई लाइनें बिछाने की गति को दोगुना करने, जम्मू-कश्मीर से पूर्वोत्तर तक नए क्षेत्रों में रेल ले जाने और 2,500 किलोमीटर के समर्पित माल गलियारे पर काम करने में किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि करदाताओं का एक-एक पैसा यात्रियों के कल्याण के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से हर रेलवे टिकट पर 50 फीसदी की छूट है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जिस तरह बैंकों में जमा धन पर ब्याज मिलता है, उसी तरह बुनियादी ढांचे पर खर्च किया गया हर पैसा आय और रोजगार के नए स्रोत बनाता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि नई रेल लाइनें बिछाने से रोजगार के कई अवसर पैदा होते हैं, चाहे वह मजदूर हो या एक इंजीनियर। उन्होंने कहा कि सीमेंट, स्टील और ट्रांसपोर्ट जैसे कई उद्योगों और दुकानों में भी नई नौकरियों की संभावनाएं बनती हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि आज किया जा रहा लाखों करोड़ रुपये का निवेश हजारों नौकरियों की गारंटी है। उन्होंने ’वन स्टेशन वन प्रोडक्ट’ कार्यक्रम के बारे में भी बात की, जहां स्टेशनों पर लगे हजारों स्टालों के जरिए रेलवे छोटे किसानों, कारीगरों और विश्वकर्मा मित्रों के उत्पादों को बढ़ावा दे रहा है।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि भारतीय रेलवे सिर्फ एक यात्री सुविधा नहीं है, बल्कि भारत की कृषि और औद्योगिक प्रगति का सबसे बड़ा वाहक भी है। उन्होंने बताया कि तेज ट्रेन से परिवहन में अधिक समय की बचत होने के साथ ही उद्योग की लागत भी कम होगी। इसलिए, मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। भारत के आधुनिक बुनियादी ढांचे का श्रेय देते हुए, प्रधानमंत्री ने देश को दुनिया भर में निवेश के लिए सबसे आकर्षक स्थान बताया। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन का समापन अगले 5 वर्षों का रास्ता दिखाते हुए किया। उन्हों ने कहा कि रेलवे में भारी निवेश से जब इन हजारों स्टेशनों का आधुनिकीकरण हो जाएगा तो भारतीय रेलवे की क्षमता बढ़ जाएगी।
पृष्ठभूमि
प्रधानमंत्री ने अक्सर रेलवे स्टेशनों पर विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करने के महत्व पर जोर दिया है। इस प्रयास में एक बड़ा कदम उठाते हुए प्रधानमंत्री ने अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 553 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखी। 27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैले इन रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास 19,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से किया जाएगा। ये स्टेशन शहर के दोनों किनारों को जोड़ते हुए ’सिटी सेंटर’ के रूप में कार्य करेंगे। इनमें रूफ प्लाजा, सुंदर भूदृश्य, इंटर मॉडल कनेक्टिविटी, स्टेटशन का बेहतरीन अगला हिस्सो, बच्चों के खेलने का क्षेत्र, कियोस्क, फूड कोर्ट आदि जैसी आधुनिक यात्री सुविधाएं होंगी। इन्हें पर्यावरण अनुकूल और दिव्यांग अनुकूल के रूप में पुनर्विकसित किया जाएगा। इन स्टेशन भवनों का डिज़ाइन स्थानीय संस्कृति, विरासत और वास्तुकला से प्रेरित होगा।
इसके अलावा, प्रधानमंत्री ने लगभग 385 करोड़ रुपये की कुल लागत से उत्तर प्रदेश में पुनर्विकसित गोमती नगर स्टेशन का उद्घाटन किया। भविष्य में यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए इस स्टेशन पर आगमन और प्रस्थान सुविधाओं को अलग कर दिया गया है। यह शहर के दोनों किनारों को जोड़ता है। इस केंद्रीय वातानुकूलित स्टेशन में एयर कॉनकोर्स, कंजेशन फ्री सर्कुलेशन, फूड कोर्ट और ऊपरी तथा निचले बेसमेंट में पर्याप्त पार्किंग जैसी आधुनिक यात्री सुविधाएं हैं।
प्रधानमंत्री ने 1500 रोड ओवर ब्रिज और अंडरपास का शिलान्यास और उद्घाटन किया। 24 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैले इन रोड ओवर ब्रिज और अंडरपास पर कुल लागत लगभग 21,520 करोड़ रुपये है। इन परियोजनाओं से भीड़भाड़ कम होगी, सुरक्षा और कनेक्टिविटी बढ़ेगी, रेल यात्रा की क्षमता और दक्षता में सुधार होगा।
इसी क्रम मे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा पूर्वोत्तर रेलवे के 31 रेलवे स्टेशनों (लखनऊ सिटी, डालीगंज जं., मैलानी जं., लखीमपुर, बलरामपुर, तुलसीपुर, बढ़नी, रामघाट हाल्ट, सिद्धार्थ नगर, स्वामी नारायण छपिया, खलीलाबाद, आनन्द नगर जं., गोंडा जं., सीवान जं., थावे जं., मैरवा, एकमा, मसरख, गाजीपुर सिटी, मऊ जं., बेलथरा रोड, सलेमपुर जं., भटनी जं., खोरासन रोड एवं कप्तानगंज जं., बरेली सिटी, काशीपुर जं., पीलीभीत जं., टनकपुर, गुरसहायगंज एवं कन्नौज) का शिलान्यास तथा पुनर्विकसित गोमती नगर स्टेशन का उद्घाटन किया गया। इसके अतिरिक्त माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा पूर्वोत्तर रेलवे पर 111 रोड ओवर ब्रिज/अंडरपास का शिलान्यास/उद्घाटन/राष्ट्र को समर्पण किया गया।
गोमती नगर स्टेशन पर आयोजित समारोह में माननीय केन्द्रीय रक्षामंत्री श्री राजनाथ सिंह, माननीय सांसद (राज्य सभा) श्री बृज लाल, माननीय सदस्य विधान सभा श्री योगेश शुक्ला, माननीय सदस्य विधान परिषद श्री दारा सिंह चैहान, माननीय सदस्य विधान परिषद श्री मुकेश शर्मा, माननीय सदस्य विधान परिषद श्री पवन कुमार सिंह, माननीया महापौर श्रीमती सुषमा खर्कवाल, बढ़नी एवं सिद्धार्थनगर स्टेशन पर माननीय सांसद/डुमरियागंज श्री जगदम्बिका पाल, बलरामपुर स्टेशन पर माननीय सांसद/श्रावस्ती श्री शिरोमणि राम, खलीलाबाद स्टेशन पर माननीय सांसद/संत कबीर नगर श्री प्रवीन कुमार निषाद, आनन्दनगर जं. स्टेशन पर माननीय केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री श्री पंकज चैधरी, डालीगंज स्टेशन पर माननीय सदस्य विधान परिषद श्री बुक्कल नबाब, गोण्डा जं. स्टेशन पर माननीय सांसद/गोंडा श्री कीर्तिवर्धन सिंह, पीलीभीत स्टेशन पर माननीय सांसद/पीलीभीत श्री फिरोज वरूण गांधी, टनकपुर स्टेशन पर माननीय सांसद/अल्मोड़ा श्री अजय टमटा, बरेली सिटी स्टेशन पर माननीय सांसद/बरेली श्री संतोष कुमार गंगवार, माननीय मेयर/बरेली डा0 उमेश गौतम, कन्नौज स्टेशन पर माननीय सांसद/कन्नौज श्री सुब्रत पाठक, मैरवा स्टेशन पर माननीय सदस्य विधान परिषद श्री विजय नारायण यादव, मसरख स्टेशन पर माननीय सांसद/महराजगंज (बिहार) श्री जर्नादन सिंह सिग्रीवाल, बेलथरा रोड स्टेशन पर माननीय सांसद/सलेमपुर श्री रविन्दर कुशवाहा, माननीय सांसद (राज्यसभा) श्री सकलदीप राजभर, सीवान जं. स्टेशन पर माननीय सांसद/सीवान श्रीमती कविता सिंह, माननीय विधायक/सीवान सदर श्री अवध विहारी चैधरी, माननीय पूर्व सांसद/सीवान श्री ओम प्रकाश, बलिया में गेट नं. 12 सी पर माननीय सांसद/बलिया श्री वीरेन्द्र सिंह, गाजीपुर स्टेशन पर माननीय श्रम एवं सेवायोजन, समन्वय मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार श्री अनिल राजभर एवं माननीय सांसद/गाजीपुर श्री अफजाल अंसारी, मऊ स्टेशन पर माननीय नगर विकास, शहरी समग्र विकास, नगरीय रोजगार एवं गरीबी उन्मूलन, ऊर्जा, अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार श्री अरविन्द कुमार शर्मा, भटनी स्टेशन पर माननीय सांसद/देवरिया श्री रमापति राम त्रिपाठी, थावे स्टेशन पर माननीय सांसद/गोपालगंज डा0 आलोक कुमार सुमन, माननीय विधायक/गोपालगंज सदर श्रीमती कुसुम देवी उपस्थित थे। इनके अतिरिक्त इन स्टेशनों पर तथा रोड ओवर ब्रिज/अंडरपास पर भारी संख्या में सम्मानित जनप्रतिनिधि गण एवं आमजन मौजूद थे।
गोमती नगर स्टेशन पर आयोजित समारोह मे केंद्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि लखनऊ क्षेत्र के अन्य स्टेशनों को जैसे कि चारबाग, लखनऊ जं., बादशाह नगर, लखनऊ सिटी, डालीगंज, मल्हौर, मानक नगर स्टेशनों के पुनर्विकास का कार्य तेजी से चल रहा है। आज पुनर्विकसित गोमती नगर स्टेशन के उद्घाटन के साथ ही लखनऊ सिटी, डालीगंज, मानक नगर एवं मल्हौर स्टेशन के पुनर्विकास का शिलान्यास किया जायेगा। स्टेशनों पर विश्वस्तरीय सुविधायें उपलब्ध कराई जा रही हैं। आज वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के कर कमलों द्वारा अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत भारतीय रेल के 554 स्टेशनों के पुनर्विकास तथा 1500 रोड ओवर ब्रिज/अंडरपास का शिलान्यास/उद्घाटन/राष्ट्र को समर्पण रू 41,000 करोड़ की लागत से किया जायेगा। उन्होनें गोमती नगर स्टेशन के पुनर्विकास का कार्य पूर्ण होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए क्षेत्रीय जनता, रेल अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बधाई एवं शुभकामनायें दिया और कहा कि आज इसका उद्घाटन माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के कर कमलों द्वारा किया जा रहा है। गोमती नगर स्टेशन के पुनर्विकास का कार्य रू 377.47 करोड़ की लागत से पूर्ण किया गया है। यह स्टेशन काफी भव्य बना है। विभिन्न विद्यालयों के भारी संख्या में बच्चे जो ‘2047 का विकसित भारत की विकसित रेल‘ विषय पर आयोजित कविता पाठ, निबंध लेखन, चित्रकला, कहानी लेखन, सामान्य ज्ञान/क्विज एवं वाद-विवाद प्रतियोगिता में सफल हुये थे, उन्हें आज इन समारोहों में पुरस्कृत कर सम्मानित किया गया।