केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारत के पहले चीफ़ ऑफ़ डिफ़ेंस स्टाफ़ बिपिन रावत के असमय निधन पर राज्य सभा में अपना आधिकारिक बयान दिया है.
उन्होंने कहा, “आज मैं बड़े दुख और भारी मन से 8 दिसंबर 2021 की दोपहर में हुई सैन्य हेलिकॉप्टर जिसमें भारत के प्रथम चीफ़ ऑफ़ डिफेंस स्टाफ़ जनरल बिपिन रावत, उनकी धर्म पत्नी मधुलिका रावत एवं 12 अन्य सवार थे, की दुर्घटना के दुर्भाग्यपूर्ण समाचार से अवगत कराने के लिए आपके बीच खड़ा हुआ हूं.
जनरल बिपिन रावत डिफेंस सर्विसेज़ स्टाफ़ वाले वेलिंग्टन के स्टूडेंट्स ऑफिसर्स से इंटरेक्ट करन के लिए अपने एक तय दौरे पर थे. एयरफोर्स के एमआई 17 वी5 हेलिकॉप्टर ने कल 11 बजकर 48 मिनट पर सुलूर एयरबेस से उड़ान भरी थी. इसे 12 बजकर 15 मिनट पर वेलिंग्टन में उतरना था.
सुलूर एयरबेस के एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने लगभग 12 बजकर 8 मिनट पर हेलिकॉप्टर से अपना कॉन्टेक्ट खो दिया. बाद में कुन्नूर के पास जंगल में कुछ स्थानीय लोगों ने आग लगी हुई देखी. जब वे भागकर उस स्थान पर पहुंचे तो उन्होंने सैन्य हेलिकॉप्टर के अवशेष को आग की लपटों से घिरा हुआ देखा . स्थानीय प्रशासन से एक बचाव दल उस जगह पर पहुंचा.
उन्होंने क्रैश साइट से बचे हुए लोगों को रिकवर करने का प्रयास किया. उस अवशेष से जितने भी लोगों को निकाला जा सका. उन सभी को जल्द से जल्द वेलिंग्टन के सैन्य अस्पताल में पहुंचाय गया.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, उस हेलिकॉप्टर में सवार कुल 14 लोगों में से 13 लोगों की मौत हो गयी. जिन लोगों की दुर्भाग्यपूर्ण मौतें हुई हैं, उनमें चीफ़ ऑफ़ डिफ़ेंस स्टाफ़, उनकी पत्नी मधुलिका रावत, उनके रक्षा सलाहकार ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह लिड्डर, स्टाफ़ ऑफिसर लेफ़्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह और वायुसेना हेलिकॉप्टर के चालकदल समेत सशस्त्र बलों के अन्य 9 लोग शामिल हैं.”
इसके बाद राजनाथ सिंह ने इस दुर्घटना में मरने वाले सभी लोगों के नाम सदन में बताए.
इसके बाद उन्होंने कहा, “इस दुर्घटना में मरने वाले सभी लोगों के पार्थिव शरीर को एक विशेष विमान से दिल्ली लाया जा रहा है. ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह वेलिंग्टन के सैन्य अस्पताल में लाइफ़ सपोर्ट पर हैं, और उन्हें बचाने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं.”
बता दें कि राजनाथ सिंह इससे पहले बुधवार दोपहर संसद में अपना आधिकारिक बयान देने वाले थे.
लेकिन तमाम उच्चस्तरीय बैठकों के बीच ख़बर आई कि राजनाथ सिंह बुधवार की जगह गुरुवार सुबह संसद में बयान देंगे.
इसके बाद वायु सेना ने आधिकारिक रूप से छह बजकर तीन मिनट पर जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत 13 लोगों की मौत की पुष्टि की.
इसके साथ ही ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के ज़िंदा बचने की पुष्टि की गयी जिनका इस समय वेलिंग्टन स्थित सेना के एक अस्पताल में इलाज़ चल रहा है.
इसके बाद उत्तराखंड में तीन दिन के लिए राजकीय शोक का ऐलान किया गया है.
जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत 13 लोगों के पार्थिव शरीर को सेना के एक विशेष विमान से दिल्ली लाया जा रहा है.
केंद्रीय रक्षा मंत्री ने बताया है कि जनरल रावत दंपत्ति का अंतिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया जाएगा.
इधर सोशल मीडिया में सीडीएस रावत का हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त होने से पूर्व स्थानीय ग्रामीणों द्वारा बनाया गया एक वीडियो वायरल हो रहा है।