घोड़ानाला क्षेत्र में विचरण कर रहे मगरमच्छ के बच्चे को तराई पूर्वी वन प्रभाग के गौला रेंज के वन कर्मियों ने देर शाम रेस्क्यू कर पकड़ने में कामयाबी हासिल की है। उक्त मगरमच्छ के बच्चे को रेस्क्यू कर ढोंरा डैम में डाल दिया गया, जिसके बाद ग्रामीणों ने वन विभाग का आभार व्यक्त किया।
विदित रहे कि 3 दिन पूर्व बिंदुखत्ता क्षेत्र के घोड़ानाला स्थित मुल्तान नगर में घोड़ानाला से अचानक बाहर निकला विशालकाय मगरमच्छ को देखकर क्षेत्रवासियों के होश फाख्ता हो गए। एकत्रित हुई भीड़ ने शोर-शराबा किया तो मगरमच्छ खेतों के भीतर छुप गया, तथा बार-बार बाहर निकलता और कुछ देर बाद पुनः खेतों में चला जाता। आबादी वाले क्षेत्र में मगरमच्छ की चहलकदमी से घोड़ानाला क्षेत्र के ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। जिसके बाद उन्होंने समाजसेवी प्रकाश उत्तराखंडी के नेतृत्व में जिला प्रशासन से तत्काल घोड़ानाला में लगातार विचरण कर रहे मगरमच्छों को यहां से निकालकर अन्यत्र डालने की मांग की तथा इस संबंध में जिलाधिकारी को ज्ञापन भी भेजा था जिसके बाद वन विभाग हरकत में आया और तराई पूर्वी वन प्रभाग के गौला रेंज के वन कर्मियों द्वारा लगातार घोड़ानाला क्षेत्र में नजर रखी जा रही है। वन क्षेत्राधिकारी गौला आरपी जोशी ने बताया कि गोला रेंज के 1 कर्मियों की टीम घोड़ा नाला के आसपास लगाई गई है जैसे ही कोई मगरमच्छ उक्त टीम के सदस्यों को दिखाई देगा तो तुरंत ही उसे रेस्क्यू कर उसके प्राकृतिक घर बेगुल या ढोंरा डैम में डाला जाएगा।
फोटो परिचय- घोड़ानाला से रेस्क्यू किए गए मगरमच्छ के बच्चे को ले जाते हुए वन कर्मी