लालकुआं। उप जिलाधिकारी ने तमाम विभागों के अधिकारियों के साथ लालकुआं और बिंदुखत्ता क्षेत्र में मानसून सत्र के दौरान सम्भावित बाढ़ प्रभावित इलाकों का स्थलीय निरीक्षण करते हुए बरसात के समय होने वाले नुकसान से बचाव की व्यापक रूपरेखा तय की। साथ ही गौला नदी में बाढ़ से बचाव के लिए नौ स्थानों पर चैनेलाइजेशन एवं बलिया कॉलोनी में नाला निर्माण का निर्णय लिया गया।
उप जिलाधिकारी रेखा कोहली के नेतृत्व में तमाम विभागों के अधिकारियों ने लालकुआं क्षेत्र के वन विकास निगम डिपो संख्या तीन, खड्डी मोहल्ला, वीआईपी गेट क्षेत्र, बलिया कॉलोनी, घोड़ा नाला, बिंदुखत्ता के कई क्षेत्रों सहित गौला नदी के बाढ़ प्रभावित इलाकों जिसमे इंदिरानगर गब्दा, रावतनगर का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने आगामी बरसात के सीजन में बाढ़ के पानी से बचाव के लिए व्यापक रूपरेखा तय की, तथा संबंधित विभागों के अधिकारियों को मौके पर बुलाकर अभिलंब बरसात से पूर्व सारे इंतजाम करने के सख्त निर्देश दिए, इस अवसर पर जहां डिपो संख्या तीन में पानी के निकास को लेकर वन निगम व अन्य संबंधित विभागों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। वहीं बलिया कॉलोनी क्षेत्र में आने वाली बाढ़ से निपटने के लिए 500 मीटर क्षेत्र में नाला निर्माण करने का निर्णय लिया, साथ ही गौला नदी के ऐसे स्थान में जहां पानी का जबरदस्त कटाव रहता है, ऐसे नौ स्थानों पर चैनेलाइजेशन करने के वन विभाग को निर्देश दिए गए, इस अवसर पर तहसीलदार कुलदीप पांडे, नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी राहुल कुमार सिंह, सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता दिनेश सिंह रावत, सहायक अभियंता अमित बंसल, जमरानी बांध परियोजना के सहायक अभियंता हिमांशु जोशी, तराई पूर्वी वन प्रभाग गौला रेंज के डिप्टी रेंजर डिकर राम, लालकुआं तहसील के रजिस्ट्रार कानूनगो मोहित बोरा, उप राजस्व निरीक्षक पूजा रानी, लक्ष्मी नारायण यादव और वीरेंद्र चंद सहित भारी संख्या में अधिकारी मौजूद थे।
फ़ोटो परिचय- लालकुआं क्षेत्र के संभावित बाढ़ प्रभावित इलाकों का निरीक्षण करती एसडीएम व अन्य अधिकारी
