देवभूमि में पत्नी की हत्या कर शव जलाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पुलिस ने दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कर पति को हिरासत में ले लिया है।
बृहस्पतिवार को सुबह लगभग 5.30 बजे जनपद पिथौरागढ़ के चैंसर गांव से दूध देने बाजार जा रहे लोगों को कुनीगाड़ के पास धुआं उठता नजर आया। वहां दुर्गंध भी आ रही थी। ग्रामीण मौके पर पहुंचे तो महिला का शव जल रहा था। सूचना पर कोतवाल मोहन चंद्र पांडेय पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और जलते हुए शव पर पानी डालकर आग बुझाई। इसके बाद शव को कब्जे मेें ले लिया गया।
अधजले शव की शिनाख्त 22 वर्षीय आनंदी के रूप में हुई। उसका ससुराल चंडाक के छेड़ा में है। बताया जा रहा है कि ससुराल में अनबन होने के कारण वह तीन महीने से अपनी मां सुनीता देवी के साथ रियासी गांव स्थित मायके में रह रही थी। उसकी तीन साल की बेटी अराध्या भी है। आनंदी की मां सुनीता देवी ने अपने दामाद किशन कुमार पर हत्या का आरोप लगाकर तहरीर दी। इसके बाद पुलिस ने किशन कुमार के खिलाफ 302, 304 बी के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस ने किशन कुमार को हिरासत में भी ले लिया है।
20 जुलाई को पत्नी और बेटी को मायके से ले आया था पति
पिथौरागढ़। सुनीता देवी ने पुलिस को बताया कि उसकी बेटी आनंदी का विवाह पांच वर्ष पूर्व छेड़ा गांव निवासी किशन कुमार के साथ हुआ था। उनका आरोप है कि शादी के बाद से ही किशन कुमार उनकी बेटी को दहेज के लिए परेशान करने लगा था। पति के उत्पीड़न से परेशान होकर उसकी बेटी तीन माह से मायके में रह रही थी। आरोप है कि 20 जुलाई को दिन में किशन कुमार रियासी गांव आया और जबरन उनकी नातिन और बेटी को ले गया, उसने शाम को वापस भेजने की बात कही थी। जब वह सुबह तक घर नहीं आई तो किशन कुमार को फोन किया तो उसने बुधवार की शाम को ही आनंदी को मायके भेजने की बात कही और खोज करने की बात कहने लगा।
पुलिस की पांच टीमें लगाईं
पिथौरागढ़। मामले के खुलासे के लिए एसपी लोकेश्वर सिंह ने सीओ महेश जोशी के नेतृत्व में कोतवाली पिथौरागढ़ पुलिस, जाजदेवल पुलिस, एसओजी, वड्डा चौकी पुलिस और सर्विलांस सेल टीम का गठन किया। पुलिस ने चैंसर, बिण, वड्डा आदि क्षेत्र में लगे सीसीटीवी को भी खंगाला है।
प्रथम दृष्टया मामला हत्या का लग रहा है। मृतका की मां सुनीता देवी ने तहरीर दी है। पति को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। जल्द ही इस मामले का खुलासा कर लिया जाएगा।