बिंदुखत्ता के सर्वांगीण विकास को लेकर आयोजित सर्वदलीय बैठक में राजस्व गांव बनाने के लिए एक मत से लड़ाई लड़ने का संकल्प लिया, कुछ ने कहा जब तक राजस्व गांव नहीं बनता नगरपालिका ही बना दो
लालकुआं। बिन्दुखत्ता क्षेत्र के चहुमुखी विकास को लेकर क्षेत्रीय विधायक डॉ मोहन बिष्ट द्वारा आयोजित सर्वदलीय बैठक में स्थानीय गणमान्य लोगों ने एकजुट होकर बिंदुखत्ता को राजस्व गांव बनाने की ओर क्षेत्रीय विधायक के नेतृत्व में कदम बढ़ाने का संकल्प लिया। इस दौरान भारी संख्या में लोगों ने राजस्व गांव की प्रक्रिया पूर्ण होने तक नगर पालिका बनाकर बिजली, पानी एवं सफाई की व्यवस्था कराने पर भी जोर दिया।
बिन्दुखत्ता का किस प्रकार बहुमुखी विकास हो इसे लेकर स्थानीय विधायक डॉ मोहन सिंह बिष्ट ने रविवार को बिंदुखत्ता क्षेत्र के एक निजी विद्यालय में सर्वदलीय बैठक का आयोजन किया। जिसमें विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे, बैठक में विधायक डॉ मोहन बिष्ट ने प्रारंभिक बात रखते हुए कहा की विधायक निधि के 5 वर्ष के सभी पैसे भी अगर बिन्दुखत्ता में लगा दिए जाएं तब भी क्षेत्र का सर्वांगीण विकास संभव नहीं है। इसलिए इस क्षेत्र के सर्वांगीण विकास के लिए राजस्व गांव का होना आवश्यक है। इसके लिए वह दलगत राजनीति से ऊपर उठकर बिंदुखत्ता के निवासियों के साथ इस संघर्ष में शामिल होने को तैयार है। इस पर उपस्थित लोगों ने अपने अपने विचार रखते हुए कहा कि राजस्व गांव के लिए एकजुट होकर निर्णायक लड़ाई लड़ी जाए। बैठक में मौजूद विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने राजस्व गांव के लिए विचार रखे। इस दौरान कुछ लोगों ने नगर पालिका की भी पैरवी की। बैठक में वक्ताओं ने कहा बिंदुखत्ता को राजस्व बनाने के लिए लड़ी जाने वाली लड़ाई में इस क्षेत्र को वन खत्तों से अलग करके इसकी लड़ाई लड़ी जाए। समाजसेवी अर्जुन नाथ गोस्वामी ने कहा जैसे भी हो बिंदुखत्ता का विकाश हो चाहे नगर पालिका बने या राजस्व गांव बने। कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष प्रमोद कालोनी ने कहा पहले राजस्व गांव ही बनाया जाना चाहिए और नहीं बनने पर विकल्प पर विचार हो। भाजपा मंडल अध्यक्ष दीपक जोशी ने कहा राजस्व गांव बने या ग्राम पंचायत बने परंतु बिंदुखत्ता के सर्वांगीण विकास के लिए सभी को एकजुट होकर कार्य करना होगा। भुवन जोशी ने विधायक डॉ मोहन बिष्ट के प्रयासों की सराहना करते हुए राजस्व गांव बनाने के लिए संघर्ष करने का आह्वान किया। कविराज धामी ने कहा राजस्व गांव बने या नगर पालिका जो भी बने विकास होना चाहिए। उमेश भट्ट ने कहा ग्रामीण परिवेश को देख राजस्व गांव ही बनाया जाना चाहिए। पूर्व सैनिक संगठन के अध्यक्ष खिलाफ सिंह दानू और प्रकाश चंद्र मिश्रा ने भी राजस्व गांव की पैरवी की। अधिकांश लोगों ने राजस्व गांव के लिए अपने विचार रखे। कुछ लोगों ने कहा राजस्व गांव नहीं बनने की हालत में विकल्प पर भी विचार किया जाना चाहिए। अधिकांश गणमान्य लोगों ने विधायक डॉ मोहन बिष्ट की इस पहल का स्वागत किया। विधायक डॉ बिष्ट ने पुनः सर्वदलीय बैठक आगामी 21 अगस्त को निर्धारित करते हुए कहा कि बिंदुखत्ता की आम जनता जो चाहेगी प्रदेश सरकार वही करेगी। विधायक ने कहा कि जिसे भी कोई सुझाव देना है वह लिखित में सुझाव दे। विधायक ने कहा कि उन्होंने चुनाव जीतने के बाद पहले ही विधानसभा सत्र में बिंदुखत्ता को राजस्व गांव बनाने के मामले में सवाल उठाया था, वह पुनः इस क्षेत्र के विकास के लिए प्रयास करते रहेंगे। बैठक में श्याम सिंह रावत, इंद्र सिंह पनेरी, जीवन जोशी, भुवन भट्ट, दीप जोशी, प्रकाश आर्या, मनोहर मेहरा, एडवोकेट दुर्गा सिंह मेहता, मनोज बसनायत, नवीन पपोला, लक्ष्मण जग्गी सहित 4 दर्जन गणमान्य लोग में मौजूद रहे।
फोटो परिचय- बिंदुखत्ता के सर्वांगीण विकास को लेकर आयोजित सर्वदलीय बैठक को संबोधित करते विधायक डॉ मोहन बिष्ट